नगर निगम बोर्ड की बैठक : पार्षद और सफाई कर्मचारियों में हाथापाई के बाद सदन स्थगित, पुलिस ने संभाले हालात

Amrit Vichar Network
Published By Bhawna
On

महापौर ने जुलाई के पहले सप्ताह में दोबारा बुलाई बैठक, कर्मचारी संघ के अध्यक्ष ने पार्षद, महापौर के निजी सचिव के खिलाफ दी तहरीर

मुरादाबाद, अमृत विचार। नगर निगम बोर्ड की पहली बैठक सफाई कर्मचारियों के हंगामे भेंट चढ़ गई। कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों ने बैठक शुरू होते ही निगम सभागार में घुसकर अपनी मांगों को लेकर हंगामा कर दिया। घंटा भर के हंगामा में भाजपा पार्षदों और सफाई कर्मचारियों के बीच हाथापाई भी हुई। सभाकक्ष में आ रहे महापौर विनोद अग्रवाल को रोकने का प्रयास भी हुआ। महापौर के बुलाने पर कोतवाल और दो सीओ ने गुस्साए सफाई कर्मचारियों को शांत किया।    

सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष ने भाजपा पार्षद सुरेंद्र विश्नोई और महापौर के निजी सचिव पर गाली-गलौज कर मारपीट व सदन में पिस्टल लहराने का आरोप लगाकर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है। कर्मियों ने मांगें न मानने पर ईद-उल-अजहा के दौरान शहर में सफाई नहीं करने की चेतावनी दी है। टाउन हॉल के सभागार में गुरुवार सुबह 11 बजे नगर पालिका बोर्ड की बैठक महापौर विनोद अग्रवाल की मौजूदगी में शुरू हुई। पार्षद अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। इस बीच नगर निगम कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष सुब्हान की अगुवाई में स्थानीय निकाय सफाई मजदूर संघ, एससी-एसटी जनजाति कर्मचारी अधिकारी संघ के पदाधिकारी व कार्यकर्ता सभागार में पहुंच गए। 

file image 02

हालांकि पुलिस ने उन्हें पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। नगर आयुक्त संजय चौहान ने सफाई कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों को अंदर बुलाया। जहां पदाधिकारियों ने महापौर को ज्ञापन देने से पहले मांगें न मानने पर नाराजगी जताई। कर्मचारियों के 15,000 रुपये वेतन उन्नति के वादे को पूरा करने और निर्माण विभाग के निलंबित 14 सुपरवाइजर को बहाल करने की मांग की गई।  

 प्रांतीय अध्यक्ष प्रेम बाबू ने मांगें नहीं मानने तक ईद-उल-अजहा पर सफाई व्यवस्था का बहिष्कार करने की चेतावनी दे डाली। सबसे पहले वार्ड-48 के पार्षद सुरेंद्र विश्नोई को अपनी बात रखने का मौका दिया गया। उन्होंने सदन में घुसे सफाई कर्मचारियों की निंदा की और उन पर महापौर से कार्रवाई की मांग उठाई। जबकि अपर आयुक्त अनिल कुमार और पर्यावरण अभियंता राजीव कुमार राठी सदन छोड़कर बाहर चले गए।

पार्षद सुरेन्द्र ने अपनी बात शुरू की तो नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस के पार्षद अनुभव मेहरोत्रा और कांग्रेस के अन्य पार्षदों ने विरोध किया। तभी दोबारा से सफाई कर्मचारियों की भीड़ सभागार में घुस गई। भाजपा पार्षद और सफाई कर्मचारियों के बीच नोकझोंक शुरू हो गई। कांग्रेस के सभी पार्षद हंगामे से अलग रहे। सफाई कर्मचारी सुरेंद्र को सभागार से बाहर की ओर खींचने को प्रयास कर रहे थे। पार्षद अपने साथी को बचाने का प्रयास कर रहे थे। हंगामे के बीच अपनी कुर्सी छोड़ कर पहुंचे महापौर के साथ भी खींचातानी हो गई। तब महापौर ने पुलिस बुला ली। महापौर ने बोर्ड की बैठक को स्थगित कर जुलाई के पहले सप्ताह दोबारा बैठक बुलाने की घोषणा की। 

 मेरी किसी से रंजिश नहीं है, तीसरी बार पार्षद बना हूं। जिससे विवाद हुआ, उनसे पहले भी अच्छे संबंध थे और आगे भी रहेंगे, जो सभी पार्षद साथी और महापौर कहेंगे, उसके अनुसार आगे कार्रवाई की जाएगी।- सुरेन्द्र शर्मा- भाजपा पार्षद वार्ड-48

सभी नगर निगम परिवार का हिस्सा हैं। सदन में जो हुआ वह अच्छा नहीं था। इस घटना की जानकारी पार्टी हाईकमान को दी गई है। वहां से जैसे निर्देश मिलेंगे, वैसा ही किया जाएगा। अभी हमने या हमारे किसी पार्षद ने किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की है। - विनोद अग्रवाल, महापौर

ये भी पढ़ें : मुरादाबाद : एंटी रोमियो स्क्वाड सिपाही पर गंभीर आरोप से हड़कंप, सिपाही ने कहा- आरोप झूठे

संबंधित समाचार