सुलतानपुर : एमडीएम ने विद्यालयों में नए सिरे से रसोइया चयन करने का दिया आदेश
अमृत विचार, सुलतानपुर । एमडीएम से आच्छादित विद्यालयों में नए सिरे से रसोइया चयन का आदेश दिया गया है। हालांकि, चयन कार्यवाही में इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा कि विद्यालय में 30 सितंबर 2022 की नामांकित छात्र संख्या में कमी/पाल्य के विद्यालय में अध्ययनरत न होने/चयन हेतु अर्ह न होने आदि की स्थिति में ही वर्तमान में कार्यरत रसोइया को पद से हटाया जाए। आवश्यकतानुसार ही अर्ह आवेदक का रसोइया पद पर नवीन चयन किया जाए।
बीएसए दीपिका चतुर्वेदी ने बताया कि रसोइया चयन के लिए आवेदन 28 जून से तीन जुलाई के बीच किया जाना है। इसके बाद प्रधानाध्यापक द्वारा 15 जुलाई तक रसोइया चयन कार्यवाही पूरी की जाएगी। इसकी लिखित सूचना 19 जुलाई तक संबंधित खंड शिक्षाधिकारी को उपलब्ध कराई जाएगी। 22 जुलाई तक बीएसए कार्यालय में विद्यालयों में कार्यरत रसोइयों की सूचना निर्धारित प्रारूप पर देना होगा। बीएसए ने बताया कि चयनित नवीन रसोइया से एक अगस्त से कार्य लिया जाएगा।
छात्र संख्या के हिसाब से होगा रसोइया चयन
जिला समन्वयक एमडीएम संदीप यादव ने बताया कि परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कम्पोजिट एवं एडेड विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों की सितंबर 2022 की छात्र संख्या के हिसाब से रसोइयां का चयन किया जाएगा। 25 छात्र पर एक रसोइयां का चयन होगा। 26 से 100 तक की छात्र संख्या वाले विद्यालयों में दो रसोइया नियुक्त होंगी। 101 से 200 की छात्र संख्या पर तीन, 201 से 300 की छात्र संख्या पर चार, 301 से 1000 की छात्र संख्या पर पांच, 1001 से 1500 की छात्र संख्या पर छह और 1501 से अधिक की छात्र संख्या पर अधिकतम सात रसोइयों का चयन हो सकता है।
संविलियन के बाद रसोइयों की संख्या का निर्धारण पहले की तरह विद्यालय के कुल छात्रों कक्षा एक से आठ तक की संख्या के अनुसार किया जाएगा। परिषदीय एवं एडेड विद्यालयों में कक्षा एक से लेकर आठ तक के बच्चों को मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराने के लिए रसोइयों का चयन अर्हता / पात्रता का ध्यान रखा जाएगा। अभ्यर्थियों का चयन करते समय विधवा एवं परित्यक्ता को प्राथमिकता दी जाएगी। किसी स्थान के लिए दोनों के आदेवन करने की दशा में विधवा को प्राथमिकता दी जाएगी। अभ्यर्थी के परित्यक्ता होने की स्थिति में उसे ग्राम पंचायत विकास अधिकारी की ओर से प्रदत्त इस आशय का प्रमाणपत्र आवेदन के साथ प्रस्तुत करना होगा।
अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग का अभ्यर्थी होने पर सक्षम अधिकारी की ओर से जारी किया गया जात प्रमाणपत्र आवेदन पत्र के साथ प्रस्तुत करना होगा। रसोइयों के चयन के लिए आवेदन के लिए सम्बंधित विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों के अभिभावक (माता, दादी, बहन, चाची ताई, बुआ ) ही अर्ह होंगे। रसोइयों का चयन एक ही शिक्षा सत्र के लिए किया जाएगा। रसोइयां के चयन के लिए जरूरी नहीं है कि वह सम्बंधित ग्राम का ही निवासी हो । इसके लिए अनिवार्य है कि उसका बच्चा उसी विद्यालय में पढ़ता हो, जिस विद्यालय में रसोइयां के लिए आवेदन किया है।
बीएसए दीपिका चतुर्वेदी ने बताया कि जिले में 1450 प्राथमिक, 343 उच्च प्राथमिक, 271 कंपोजिट और 129 एडेड विद्यालयों में एमडीएम का संचालन हो रहा है। वर्तमान समय में कार्यरत हैं 6034 रसोइयां कार्यरत हैं। सितम्बर 2020 की छात्र संख्या के अनुसार इसमें 182570 बच्चे अध्ययनरत हैं। जूनियर स्तर पर छात्रों की संख्या 97299 है।
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