पीलीभीत: साहब! मेरी FIR कराओ...काउंसलिंग के नाम पर टाल रही पुलिस, जानिए क्या है पूरा मामला
पीलीभीत, अमृत विचार। विवाहिता ने अपने पति और अन्य ससुरालियों पर संगीन आरोप लगाए। उसका कहना है कि वह न्याय के लिए भटक रही है लेकिन सुनगढ़ी पुलिस मामले में एफआईआर दर्ज करने के बजाय परिवार परामर्श केंद्र में भेजने की बात कहकर टाल रही है। एसपी से दुखड़ा सुनाकर न्याय की गुहार लगाई।
बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र की रहने वाली एक विवाहिता ने मंगलवार को एसपी के समक्ष पेश होकर शिकायती पत्र दिया। जिसमें बताया कि उसकी शादी छह साल पहले सुनगढ़ी क्षेत्र के एक युवक से हुई थी। पति ननिहाल में रहता है। दहेज में बाइक और तीन लाख रुपये की मांग पूरी न होने पर नवंबर 2020 में बच्ची के साथ घर से निकाल दिया। इसके बाद मायके वालों ने पचास हजार रुपये ऑनलाइन और एक लाख रुपये नकद दिए।
कुछ समय बाद दोबारा उत्पीड़न शुरू कर दिया। देवर अश्लील बातें करता। पति अप्राकृति यौन संबंध बनाता था। जबरन पॉर्न वीडियो दिखाता। 11 जुलाई की रात दस बजे दो लड़कों को लेकर पति आया और कहा कि इनसे कुछ रुपये लिए है, अब तुम दोनों युवकों से संबंध बनाओ।विरोध करने पर मारपीट कर घर से निकाल दिया।
तेजाब डालने की धमकी दी गई। महिला का आरोप है कि पहले थाना सुनगढ़ी में भी शिकायत की गई लेकिन पुलिस ने ससुरालियों का ही साथ दिया। उसकी शिकायत नहीं सुनी। घंटों बैठाने के बाद बिना कार्रवाई टरका दिया। अब दोबारा मामले को परिवार परामर्श केंद्र में भिजवाया जा रहा है, लेकिन आपराधिक कृत्य होने पर एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही है। मामले में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई कराने की मांग की। पीड़िता का कहना है कि उन्हे पीलीभीत पुलिस से न्याय नहीं मिल पा रहा है।
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