अयोध्या : गोरखपुर व बुंदेलखंड के लाभार्थियों को मिला उपकरण और टूल किट
अमृत विचार, अयोध्या । ग्राम विकास योजना के तहत मंगलवार को अयोध्या में लाभार्थियों को उपकरण और किट का वितरण किया गया। हालांकि इस योजना का लाभ गोरखपुर और बुंदेलखंड कार्यालय क्षेत्र के चयनित कारीगरों को ही मिल पाया। कार्यक्रम में सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय के केंद्रीय राज्य मंत्री ने चयनित कारीगरों को विद्युत चालित चाक, पैडल चालित अगरबत्ती मशीन और टर्नवुड क्रॉफ्ट मशीनों का वितरण किया।
नाका स्थित ग्राम स्वावलंबी विद्यालय, रनीवा में केंद्रीय खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के राज्य कार्यालय लखनऊ के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के केंद्रीय राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सबका साथ सबका विकास को चरितार्थ करते हुए सरकार की ओर से गरीब, दलित, पिछड़ा को रोजगार का अवसर उपलब्ध कराया।
उन्होंने कहा कि कुटीर उत्पादकों की आय दोगुनी हो गई है और उनके उत्पादों की विदेशों में हनक है। केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि कुछ दशक पूर्व उद्योग और रोजगार गांवों में था। सभी को काम देकर उनके हाथ को मजबूत करने तथा आर्थिक सक्षमता लेकर आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए मोदी सरकार इस क्षेत्र पर विशेष ध्यान दे रही है, जिसका परिणाम है की आज विदेशों को होने वाले कुल निर्यात का 48 फीसदी एमएसएमई का है।
सांसद लल्लू सिंह ने खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा चलाई जा रही ग्राम विकास योजनाओं की प्रशंसा की। महापौर गिरीशपति त्रिपाठी ने खादी और ग्रामोद्योगी स्वदेशी उत्पादों का अधिक से अधिक प्रयोग करने की अपील की। कार्यक्रम में लखीमपुर खीरी, सीतापुर, लखनऊ, जालौन, झांसी, मऊ और आजमगढ़ के 260 कुम्हारों को विद्युत चालित चाक, कानपुर देहात के 20 कामगारों को अगरबत्ती मशीन तथा लखमीपुर खीरी, संत कबीर नगर और आजमगढ़ के 60 कामगारों को टर्नवुड क्रॉफ्ट मशीनें प्रदान की गईं।
धार्मिक के साथ अयोध्या बनेगी उद्योग की नगरी : मनोज कुमार
केवीआईसी के अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि देश के परंपरागत कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने के साथ सरकार उनके आर्थिक विकास के लिए समर्पित है। 2013-14 में जहां इस क्षेत्र में उत्पादन 26 हजार करोड़ था, वहीं अब 2022 में एक लाख 34 हजार करोड़ पहुंच गया। इतना ही नहीं पिछले 9 सालों में इनके वेजेज में 150 फीसदी की वृद्धि हुई। बोर्ड क्षेत्र के हर कारीगर के आर्थिक उन्नयन के लिए प्रतिबद्ध है और जल्द अयोध्या धार्मिक के साथ उद्योग नगरी भी बनेगी।
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