मुरादाबाद : हत्यारोपी बंदी की जिला अस्पताल में मौत, एक साल से था कारागार में
मुरादाबाद। हत्या के आरोप में जेल में निरुद्ध बंदी की रविवार रात जिला अस्पताल में मौत हो गई। आरोपी एक साल से जेल में था। जेल अधिकारियों के अनुसार, बंदी की रात में हालत खराब हुई। इसके बाद उसे जिला अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने प्रारंभिक जांच में ही उसे मृत घोषित कर दिया था।
जेलर मृत्युंजय पांडेय ने बताया कि मृतक बंदी नंदराम उर्फ नन्हूं (55) 11 जून 2022 को जिला कारागार में निरुद्ध हुआ था। वह कांठ थाना क्षेत्र के गांवड़ी का रहने वाला था। उसपर हत्या का आरोप था। उन्होंने बताया कि रविवार रात में नंदराम की हालत बिगड़ी थी। जिला अस्पताल ले जाते समय उसे रास्ते में दो उल्टियां भी हुईं थी। रात के 2.05 बजे उसने दम तोड़ दिया था। जेलर ने बताया कि मृतक बंदी के वकील से रात में ही संपर्क कर उसके गांव में फोन कर सूचना दी गई थी। इसके तीन भाई चंडीगढ़ में रहते हैं, उन्हें सूचित कर दिया गया था।
उधर, बंदी के गांव के प्रवेश सिंह ने बताया कि नंदराम के शव का पोस्टमार्टम हो गया है। वह अंतिम संस्कार के लिए शव को गांव लिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि नंदराम पांच सगे भाई थे। इनमें सबसे बड़े नंदराम थे। भाइयों में तीसरे नंबर के राकेश की काफी पहले मृत्यु हो गई थी। अब खेम सिंह, सतीश व सींचपाल जीवित बचे हैं। ये तीनों चंडीगढ़ में किसी फैक्ट्री में काम करते हैं। नंदराम के परिवार में कोई नहीं है। पत्नी की मृत्यु काफी पहले हो चुकी है। बताया कि तीनों भाई चंडीगढ़ से आ गए हैं।
ग्रामीण के बेटे की हत्या के आरोप में जेल में था नंदराम
प्रवेश सिंह ने बताया कि पिछले साल जून में ही नंदराम व उसके छोटे भाई सतीश में झगड़ा हो रहा था। ये लोग नन्हें के मुहल्ले में विवाद कर रहे थे। जिसपर नन्हें के 15 वर्षीय बेटे ने इनसे अपने मुहल्ले में जाने को कह दिया था। बस इसी बात पर नंदराम ने उनके बेटे को गोली मार दी थी। जिससे उसकी मौत हो गई थी। इसी मामले में नंदराम जेल में निरुद्ध था।
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