रायबरेली: प्लॉस्टिक के कचरे से बनेंगी सड़क, मैनेजमेंट यूनिट हो रही तैयार  

Amrit Vichar Network
Published By Ankit Yadav
On

53 ग्राम पंचायतों में बनाए जा रहे कूड़ा निस्तारण केंद्र 

अमृत विचार, महराजगंज, रायबरेली। स्वच्छ भारत मिशन के तहत विकास खण्ड के मोन गांव में प्लॉस्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट का निर्माण हो रहा है। इसके निर्माण हेतु पंचायती राज विभाग ने 16 लाख की धनराशि जारी की है। इस यूनिट से निकलने वाले प्लॉस्टिक कचरे का उपयोग सड़क निर्माण में किया जाएगा। प्लॉस्टिक कचरे का निस्तारण ग्राम पंचायत स्तर पर सरकार द्वारा कराया जा रहा है।

स्वच्छ भारत मिशन योजनांतर्गत महराजगंज ब्लॉक की 53 ग्राम पंचायतों में मोन,मऊ व अतरेहटा सहित तीन ग्राम पंचायतों का चयन कर कूड़ा निस्तारण केंद्र बनाया गया है। कूड़ा निस्तारण केंद्र बनाई गई तीन ग्राम पंचायतों में एक ग्राम पंचायत मोन में कूड़ा निस्तारण केंद्र के साथ ही प्लॉस्टिक कचरा निस्तारण घर भी बनाया जा रहा है। जहां अगल-बगल की कई ग्राम पंचायतों से प्लॉस्टिक कचरा लाया जाएगा। ब्लॉक स्तर पर यह पहला प्लॉस्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट है। गांवों में बने प्लॉस्टिक संग्रहण केंद्रों में एकत्र प्लॉस्टिक कचरे को इस यूनिट में लाया जाएगा।प्लॉस्टिक कचरे में प्लॉस्टिक के बोतल,विभिन्न खाद्य पदार्थों जैसे कुरकुरे, चिप्स,नमकीन आदि के रैपर होंगे।

इसी के बगल में ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र (आरआरसी) का निर्माण भी किया गया है। इसमें कूड़ा इकट्ठा किया जाएगा फिर उसके निस्तारण की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। विभिन्न प्रकार की प्लास्टिक एवं अन्य ठोस एवं तरल कूड़ा को अलग कर प्लास्टिक को इसी कैंपस में निर्मित होने वाले प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट संयंत्रों के द्वारा प्रोसेसिंग कर अन्य उपयोग के लायक बनाया जाएगा। 

प्लॉस्टिक कचरा होगा रिसाइकिल 

प्लॉस्टिक कचरा पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा बन चुका है। केंद्रीय बोर्ड प्रदूषण के अनुसार सबसे ज्यादा प्रदूषण प्लॉस्टिक कचरे से ही हो रहा है।प्लॉस्टिक कचरे को रिसाइकिल कर पर्यावरण प्रदूषण संकट से  बचाव होगा। इसी परिपेक्ष्य में सरकार ने पंचायत स्तर पर इस योजना की शुरुआत की है।

मॉडल ग्राम पंचायतों में यह होंगे कार्य

  • अंडरग्राउंड नालियां
  • गांव के स्कूलों व मुहल्लों में कचरा पात्र
  • ओपेन नालियां
  • कम्पोस्ट खाद गड्ढे
  • प्लॉस्टिक कचरे को एकत्र करने के लिए लोहे से बने प्लास्टिक बैंक
  • गांव मुहल्लों से कचरा एकत्र कर लाने के लिए ई-रिक्शा की व्यवस्था 

प्रदूषण से मुक्ति के साथ मिलेगा रोजगार

मोन ग्राम प्रधान के पति अमरेश ने बताया कि आरआरसी केंद्र और प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट का निर्माण गुणवत्ता युक्त किया जा रहा है। पिछले दिनों जिला स्तरीय अधिकारियों ने इस केंद्र के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया किया था। निर्माण कार्य प्रगति पर है। मिट्टी भराई कराई जा रही है। टीन शेड का काम शेष है। निर्माण पूरा होते ही प्लास्टिक कचरे की प्रोसेसिंग के लिए मशीनों की खरीदारी कर जल्द ही यूनिट शुरू कराई जाएगी।

शिथिलता पर ग्राम विकास अधिकारी को रोका वेतन 

क्षेत्र की 3 ग्राम पंचायतों को मॉडल के रूप में चयनित किया गया है। इनमें से मोन गांव में  बन रहे प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट की वित्तीय प्रगति व अन्य कार्यों की धीमी गति को देखते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी गिरीश चंद्र ने मोन गांव में तैनात ग्राम विकास अधिकारी मनोज कुमार का वेतन रोकते हुए ग्राम प्रधान व सचिव को नोटिस जारी कर कार्यों में शिथिलता के प्रति स्पष्टीकरण मांगा है।

ये भी पढ़ें:- Kargil Vijay Diwas: कारगिल के शहीदों को सीएम योगी ने किया नमन, कहा- जांबाजी से जवानों ने पाकिस्तानियों को खदेड़ा

 

 

संबंधित समाचार