बरेली: 2015 के सर्किल रेट के अनुसार तय होगा नगर निगम की दुकानों का किराया
सर्किल रेट में 25 फीसदी की बढ़ोत्तरी के साथ तय होगा निगम की संपत्तियों का किराया
बरेली, अमृत विचार। नगर निगम की संपत्तियों का किराया मौजूदा सर्किल रेट के अनुसार तय नहीं होगा, बल्कि दुकानों का किराया 2015 के सर्किल रेट में 25 फीसदी बढ़ाकर तय किया जाएगा। व्यापारियों में असमंजस है कि मौजूदा समय सर्किल रेट तो बहुत ज्यादा है साथ ही अब नया सर्किल रेट भी जारी होने की बात चल रही है।
शहर में निगम की स्टेशन रोड, कुतुबखाना, सब्जी मंडी, साहू गोपीनाथ मार्केट, सुभाष मार्केट, कोतवाली के सामने, प्रेमनगर, शास्त्री मार्केट और सीबीगंज आदि क्षेत्रों में करीब 1500 दुकानें हैं। कई दुकानों से आज भी 400-500 रुपये महीने किराया निगम को मिल रहा है। जबकि दुकानें पॉश इलाके में आ गई हैं। पॉश इलाके में 176 वर्ग मीटर की दुकान का किराया इस समय 340 रुपये निगम को मिल रहा है। अब निगम सर्किल रेट के अनुसार अपनी दुकानों का किराया तय करने की योजना बना रहा है। व्यापारियों को मौजूदा सर्किल रेट के अनुसार दुकान का किराया तय होने में भी भारी बढ़ोत्तरी होने की संभावना लग रही है, लेकिन ऐसा नहीं होगा।
सूत्र बताते हैं कि दुकानों का किराया मौजूदा सर्किल रेट में शामिल नहीं होता है, जबकि 2015 में जो सर्किल रेट होता था उसमें संबंधित क्षेत्र की दुकानों का किराया भी माप के अनुसार तय होता था। निगम भी अब 2015 में सर्किल रेट में तय किराये में 25 फीसदी वृद्धि के साथ किराया तय करेगा। मेयर डाॅ. उमेश गौतम बता चुके हैं कि दुकानों के किराये के प्रस्ताव को कार्यकारिणी की बैठक में रखा जाएगा। 31 जुलाई को कार्यकारिणी की बैठक प्रस्तावित है। किराये के साथ-साथ शिकमी किरायेदारों की भी समस्या के हल की योजना बनाई जा रही है। अधिकारिक सूत्र बताते हैं कि निगम को हर साल दुकानों के किराये से लगभग सवा करोड़ का राजस्व मिलता है। सर्किल रेट से किराया तय होने के बाद इसमें तीन गुना तक बढ़ोत्तरी हो सकती है।
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