मुरादाबाद : जगी न्याय की आस, वरदान नर्सिंग होम संचालक की बढ़ सकती हैं मुश्किलें

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Published By Bhawna
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नंदिता प्रकरण : सीएमओ ने मामले की जांच को चार सदस्यीय कमेटी गठित की, डिप्टी सीएमओ डॉ. एसके बेलवाल कर रहे थे प्रार्थना-पत्र का इंतजार

मुरादाबाद, अमृत विचार। लाजपतनगर के वरदान नर्सिंग होम में भर्ती नंदिता उर्फ शिल्पी के प्रसव वाले ऑपरेशन में लापरवाही हुई। क्योंकि अगले दिन डॉक्टरों ने उसका दूसरा ऑपरेशन कर दिया। नतीजा, उसकी मौत हो गई। गर्भ में पल रहा नंदिता का ये पहला बच्चा था। वह 30 जुलाई को नर्सिंग होम में भर्ती हुई थी। ऑपरेशन में लापरवाही पोस्टमार्टम में सिद्ध हुई है। इस नर्सिंग होम में नंदिता की तरह कोई दूसरी प्रसूता के प्रसव में लापरवाही न हो, इसके लिए नंदिता के पति आलोक दीक्षित ने थाने से लेकर सीएमओ व डीआइजी तक लंबी दौड़ लगाई है। उसकी भागदौड़ काम आई है।

सीएमओ डॉ.कुलदीप सिंह ने कहा है कि वह नर्सिंग होम में नंदिता के प्रकरण की जांच कराकर दूध का दूध और पानी का पानी कर देंगे। ऐसे में आलोक दीक्षित को जहां न्याय की उम्मीद हो गई है, वहीं वरदान नर्सिंग होम के लिए मुसीबतें बढ़ने वाली हैं। सीएमओ कहते हैं कि वह नंदिता के प्रसव में जिस तरह से लापरवाही हुई है, उसकी उन्होंने स्टडी (अध्ययन) कर ली है। नंदिता के शव के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट का भी उन्होंने अध्ययन किया है। पोस्टामार्टम रिपोर्ट में प्रसूता की मौत का कारण अधिक रक्तस्राव होना बताया गया है। 

मामले में डिप्टी सीएमओ डॉ.एसके बेलवाल नवागत सीएमओ डॉ.कुलदीप सिंह के आने से पहले कह रहे थे कि वह प्रकरण की जांच कराएं लेकिन, कैसे उनके पास कोई शिकायत ही नहीं आई है। कोई प्रार्थना पत्र उन्हें मिले तो जांच का कुछ आधार बने। बुधवार को डिप्टी सीएमओ डॉ.एसके बेलवाल ने कहा, अब तो नंदिता प्रकरण की जांच के लिए सीएमओ ने चार सदस्यीय कमेटी ही बना दी है। जांच में जो आएगा, उसी के अनुसार कार्रवाई होगी।

पुलिस क्षेत्राधिकारी को देंगे रिपोर्ट: सीएमओ 
सीएमओ डॉ.कुलदीप सिंह ने कहा, वरदान नर्सिंग होम का प्रकरण उन्हें संज्ञान में है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट (पीएम) हमने खुद पढ़ी है। रिपोर्ट देकर चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है। जांच अधिकारियों को पांच दिन में आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। थाना स्तर पर कार्रवाई के लिए रिपोर्ट सीओ को देंगे। नर्सिंग होम के डॉक्टर ऑपरेशन से प्रसव कराने के बाद फिर उसे दूसरे ऑपरेशन के लिए ओटी में ले गए थे। चार सदस्यीय जांच कमेटी में गायनेकोलॉजिस्ट डॉ.निर्मला पाठक, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एनएचएम) डॉ.सुनील दोहरे, डॉ.आरके शर्मा और जनरल सर्जन डॉ.राहुल चौधरी हैं।

एपेक्स से शिशु की छुट्टी
आलोक दीक्षित ने बताया कि वरदान नर्सिंग होम में ऑपरेशन से जन्मे को 30 जुलाई को दिल्ली रोड पर स्थित एपेक्स अस्पताल में भर्ती कराया था। उसकी 10 दिन बाद मंगलवार को एपेक्स अस्पताल से छुट्टी हुई है। लेकिन, अभी वह स्वस्थ नहीं है, मुंह में नली से उसे दूध पिलाया जा रहा है।

घटनाक्रम

  • 30 जुलाई को नंदिता भर्ती हुई।
  • 30 जुलाई के दिन ही ऑपरेशन से उसने शिशु को जन्म दिया।
  • 31 जुलाई को डॉक्टरों ने उसका दूसरा ऑपरेशन किया, उसकी मौत हो गई।

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