रुद्रपुर: एसटीएफ का दावा: कुख्यात वन्यजीव तस्कर गिरोह का किया खात्मा

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Published By Bhupesh Kanaujia
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मनोज आर्या, रुद्रपुर, अमृत विचार। ऊधमसिंह नगर में जहां मादक पदार्थों की तस्करी का ग्राफ बढ़ने लगा है। वहीं तराई भावर में वन्यजीव तस्करी का गढ़ बनने से पहले ही एसटीएफ ने इस कुख्यात गिरोह का नेटवर्क ध्वस्त कर दिया। जुलाई माह में खटीमा से हुई पहली गिरफ्तारी के बाद से ही 10 सक्रिय सदस्य एसटीएफ की रडार पर थे। जिनकी एसटीएफ ने गिरफ्तारियां कर सलाखों के पीछे डाल दिया है और कानूनी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।

23 जुलाई 2023 को एसटीएफ के सामने पहला मामला सामने आया था। जिस पर कार्रवाई करते हुए एसटीएफ ने खटीमा इलाके से कृष्ण कुमार निवासी ग्राम बगीचा, थाना धारचूला पिथौरागढ़, गजेंद्र सिंह, संजय कुमार और हरीश कुमार निवासी गोठी कालिका धारचूला पिथौरागढ़ को एक बाघ की खाल और 15 किग्रा बाघ की हड्डी के साथ गिरफ्तार किया था। जो कि प्रदेश की सबसे बड़ी खाल मानी गई।

एसटीएफ ने पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की तो पता चला कि वन्यजीव तस्करी गिरोह में दस से अधिक तस्कर शामिल है। जो अलग-अलग अपना किरदार निभा रहे हैं। इसके बाद से एसटीएफ ने वन विभाग की एक संयुक्त टीम का गठन किया।

24 जुलाई को एसटीएफ ने पुन: एक गिरफ्तारी की। जिसका नाम अर्जुन सिंह निवासी रिस्पना पुल प्रगति विहार थाना नेहरू कॉलोनी देहरादून था। जो टाइगर या फिर बाघ का शिकार कर उसके टुकड़े करने का किरदार निभाया था। 26 जुलाई को एसटीएफ ने मांगी गुर्जर निवासी गुर्जर बस्ती गैंडी खाता चिड़ियापुर हरिद्वार और शमशाद अली उर्फ बाबू निवासी ग्राम झोला खाता ठेरी अमानगढ़ रेंज रेहड़ बिजनौर की गिरफ्तारी की थी।

जो टाइगर की खाल को बरामद कर दिल्ली या नेपाल ले जाकर बेचते थे। इसके बाद एसटीएफ ने 6 सितंबर की रात बाजपुर इलाके से नाम शमशेर सिंह, कुलविंदर सिंह और जोगा सिंह निवासी शिव कॉलोनी सर्वर खेड़ा जसपुर को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपी भी इसी गिरोह के सक्रिय सदस्य बताए जा रहे हैं। एसटीएफ प्रभारी एमपी सिंह ने बताया कि अब तक की पड़ताल में वन्यजीव तस्करी से जुड़े दस सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है। तफ्तीश में मामूली भूमिका निभाने वालों पर भी शिकंजा कसा जाएगा।

एसटीएफ टीम ने वर्ष 2022 से 2023 तक की यह कार्रवाई

-2 अगस्त 2022 एसटीएफ ने पिथौरागढ़ में तस्कर भवानी देवी निवासी जौलजीबी पिथौरागढ़ व राजेन्द्र प्रसाद निवासी मुनस्यारी पिथौरागढ़ को 506 ग्राम भालू की पित्त के साथ गिरफ्तार किया था।

-20 जनवरी 2022 को एसटीएफ ने जौलजीबी पिथौरागढ़ इलाके से तस्कर सुखदीप कुमार निवासी धारचूला पिथौरागढ़ को एक गुलदार की खाल के साथ गिरफ्तार किया था।

-4 मार्च 2022 को एसटीएफ ने तस्कर दुर्गा सिंह हरकोटिया निवासी कपकोट बागेश्वर को चार भालू की पित्त के साथ नाचनी पिथौरागढ़ से गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आरोपी ने बताया था कि नेपाल के रास्ते वह अंतरराष्ट्रीय बाजार में सप्लाई करता है।

-1 मार्च 2021 को एसटीएफ द्वारा तस्कर राहुल सिंह निवासी बेरीनाग पिथौरागढ़ और तरुण सिंह भैसोड़ा को छह गुलदार की खाल के साथ बेरीनाग पिथौरागढ़ से गिरफ्तार किया था। जिनका शिकार भी पिथौरागढ़ के जंगलों में किया गया था।

-23 जुलाई 2023 को एसटीएफ ने खटीमा के धारचूला पिथौरागढ़ से भी टाइगर की खाल और हड्डी बरामद कर एक आरोपी की गिरफ्तारी की थी। इसका शिकार अमानगढ़ रेंज बिजनौर में किया गया था।

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