पीलीभीत: 25 दिग्गजों को पछाड़ संजीव ने मारी बाजी, दोबारा बने भाजपा जिलाध्यक्ष..
पीलीभीत, अमृत विचार। लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में दमखम के साथ जुटी भारतीय जनता पार्टी ने कई माह से चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए तराई के जनपद पीलीभीत में संजीव प्रताप सिंह पर विश्वास जताया है।
उनके नाम पर मोहर लगाते हुए एक फिर जिलाध्यक्ष बनाया गया है। समर्थकों ने मिठाई बांटकर खुशी जताई। वहीं, जिलाध्यक्ष बनने के लिए दौड़ में शामिल रहे तमाम दिग्गजों को झटका लगा है। बता दें कि 28 नवंबर 2019 को भाजपा ने संजीव प्रताप सिंह को पीलीभीत जिलाध्यक्ष की कमान सौंपी थी, जिसका कार्यकाल 2022 में पूरा हो गया था।
इसके बाद से जिला अध्यक्ष पद को लेकर खींचतान मच गई थी। कई बड़े नेताओं के करीबी, लंबे समय से संगठन में सेवा देने का दावा करते हुए एक दूसरे की कमियां निकालते हुए तमाम नेताओं ने इसे लेकर दावेदारी कर दी थी। कुर्सी पर काबिज होने के लिए लखनऊ से लेकर दिल्ली तक दौड़ शुरू हुई। अपने-अपने राजनीतिक आकाओं की शरण भी ली गई।
कुछ दावेदारों के समर्थकों ने तो बदलाव होना भी तय बताना शुरू कर दिया था। इधर, संजीव प्रताप सिंह का लंबे समय से संगठन से जुड़कर सक्रिय रहना और कार्यकाल के दौरान हुए चुनावों में मिली पार्टी प्रत्याशियों की जीत का परिणाम भी बेहद काम आया।
नतीजतन हाईकमान उन पर भरोसा जताया और दोबारा जिलाध्यक्ष बनाकर कद बढ़ा दिया है। शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी की ओर से पीलीभीत जिलाध्यक्ष के नाम की घोषणा की गई तो राजनीति और गरमा गई।
दौड़ में शामिल 25 दिग्गजों को पछाड़कर संजीव ने बाजी मार ली। उनके भाई एवं नगर पंचायत गुलडिया भिंडारा के चेयरमैन निशांत प्रताप सिंह के कार्यालय समेत कई जगह समर्थकों ने मिठाई बांटी।
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