
बरेली: नौकरी के नाम पर चलता था ठगी का रैकेट, एक गिरफ्तार, दो फरार
कई माेबाइल, बैंक फार्म, मोहर और लैपटॉप बरामद
बरेली, अमृत विचार। नौकरी दिलाने का झांसा देकर लोगों के साथ ठगी करने के आरोपी को कोतवाली पुलिस ने बुधवार रात गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसके दो साथी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। आरोपी के पास से कई मोबाइल, सिम, मोहर, लैपटॉप आदि सामान बरामद हुआ है।
सुभाषनगर के मढ़ीनाथ में रहने वाले सुरेन्द्र प्रजापति ने थाना कोतवाली में आईटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस हरकत में आ गई और आरोपियों की तलाश में जुट गई। बुधवार रात कोतवाली पुलिस ने बारादरी के ग्रेटर पार्क कॉलोनी निवासी पुष्पेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया। पुष्पेन्द्र मूलरूप से नकडरु, पटियाली जनपद कासगंज का रहने वाला है।
पूछताछ के बाद आरोपी पुलिस को बदायूं रोड पर एक कार्यालय ले गया। वहां से पुलिस ने 7 मोबाइल, दो लैपटाप, एक टेबलेट, अलग-अलग कंपनी की 59 सिम, एक बैंक की मोहर, छह डेबिट कार्ड, कई बैंकों के कार्ड, मोहर लगे बैंक के फार्म बरामद किए।
बेरोजगारों को बनाते थे निशाना
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने वर्क इंडिया वेबसाइट पर एक आईडी खरीद ली थी। उसी आईडी से लोगों को नौकरी दिलाने का झांसा देते थे। नौकरी की तलाश में भटक रहे युवाओं को ये लोग निशाना बनाते हैं। बेरोजगार युवक आसानी से अपना बायोडाटा आरोपियों को भेज देते थे।
इसके बाद आरोपी ठगी का खेल शुरू कर देते थे। फाइल चार्ज, क्यूआर कोड समेत अन्य कई तरीकों से बेरोजगारों से रुपये वसूल लेते थे। पुलिस ने पुष्पेन्द्र को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया।
फरार आरोपियों को तलाश कर रही पुलिस
इंस्पेक्टर धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि मामले में अंशुल उर्फ प्रियांशु, टिंकू मौर्य उर्फ हेमपाल निवासी ग्रीन पार्क फरार हैं। उन्होंने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।
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