प्रयागराज: 39 साल से काट रहा था यूपी बोर्ड ऑफिस का चक्कर, अब जाकर संशोधित हुआ पिता का नाम
यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं के अंक पत्र एवं प्रमाण पत्र से 59860 प्रकरण पूरे प्रदेश में लंबित
प्रयागराज, अमृत विचार। हाईस्कूल के अंकपत्र में पिता का नाम सुधरवाने के लिए 39 साल से शिक्षा विभाग कार्यालय का चक्कर काटने के बाद आख़िरकार सफलता मिल ही गयी। अंक पत्र पाने के बाद युवक ने बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ला का आभार व्यक्त किया। कहा कि कैम्प लगाकर जो समाधान किया जा रहा है, इससे लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी। शायद यह शुरुआत पहले होती तो 39 साल भटकना न पड़ता।
मेरठ के संजय कुमार (रोल नंबर 0646 199) ने 1984 में हाईस्कूल की परीक्षा पास की थी। उसके बाद उसे जो अंक पत्र मिला उसमें पिता के नाम की स्पेलिंग गलत लिखी हुयी थी। जिसके सुधार के लिए वह 1984 से शिक्षा विभाग का चक्कर काटता रहा। लगातार दौड़ भाग के बाद भी सफलता नहीं मिल सकी।
वहीं गुरूवार को यूपी बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ला की पहल पर जिलों में कैंप लगाकर लंबे प्रकरणों का निस्तारण कराने का कार्य शुरु किया गया। उस शिविर में संजय कुमार ने भी अपनी समस्या को रखा। जिसके बाद संजय को संशोधित अंक पत्र मिल सका। इसी तरह से रायबरेली के रमेश चंद्र ने 1986 में दसवीं की परीक्षा पास की थी। उनके अंक पत्र में भी पिता का नाम की स्पेलिंग गलत थी।
प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से शिविर कैंप लगाकर रमेश चंद्र को भी नाम पिता का नाम संशोधित करते हुए नया अंक पत्र जारी किया गया। यूपी बोर्ड हाई स्कूल और इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं के अंक पत्र व प्रमाण पत्र से 59860 लगभग 59860 मामले पूरे प्रदेश में लंबित पड़े थे। जिसमें 2010 से 2017 तक गई हुयी परीक्षाओं से जुड़े ज्यादा मामले सामने आये थे। लंबित मामलों का निस्तारण नही हो पा रहा था।
गुरूवार को अभियान चलाकर 2 महीने से भी कम समय में मामलो मे शत प्रतिशत निस्तारण कराया गया। इसके लिए बोर्ड सचिव दिव्य कांत शुक्ला के निर्देश पर विद्यालय निरीक्षक, बेसिक शिक्षा अधिकारी और अन्य स्कूलों के प्रधानाचार्य के साथ शिविर लगाकर वंचित अभिलेख एवं साक्ष्य मंगाकर छात्र-छात्राओं के प्रमाण पत्र एवं अंक पत्रों की त्रुटियों का मौके पर ही समाधान किया गया। बोर्ड सचिव स्वयं पांचो क्षेत्रीय कार्यालय के अपर सचिव से गूगल मीट पर समीक्षा करते रहे।
लाभान्वित परीक्षार्थियों के रोल नंबर सहित अन्य विवरण बोर्ड वेबसाइट पर भी अपलोड कर दिए गई है साथी पांच अपर सचिवों से 30 सितंबर तक प्रमाण पत्र मांग लिया गया है की संशोधन प्रमाण पत्र संबंधित परीक्षार्थियों को उपलब्ध करा दिए गए हैं।
प्रयागराज में इस प्रकार के बैकलॉग प्रकरणों की पुर्नवृत्ति को रोकने के लिए बोर्ड पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन करने जा रहा है। त्रुटि संशोधन के आवेदन ऑनलाइन लिए जाएंगे और उनकी ट्रैकिंग भी ऑनलाइन होगी। संशोधन के लिए आवश्यक साक्ष्य यह अभिलेख मांगने का सत्यापन करते हुए निस्तारण की प्रक्रिया भी ऑनलाइन होगी। यह प्रक्रिया दो हफ्ते के अंदर शुरू होगी निर्धारित समय में निस्तारण न करने पर संबंधित कर्मचारियों वह अधिकारियों की जवाबदेही तय करने पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है...,दिब्यकान्त शुक्ला, बोर्ड सचिव, माध्यमिक शिक्षा परिषद।
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