पीलीभीत, दुधवा, अमानगढ़ टाइगर रिजर्व दिला रहे यूपी को अलग पहचान, सीएम योगी ने बाघ की संख्या बढ़ने पर जताई खुशी..जानिए क्या कर गए घोषणाएं
पीलीभीत, अमृत विचार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तराई के टाइगर रिजर्व यूपी को देश में एक अलग पहचान दिला रहे हैं। वर्तमान में प्रदेश में बाघों की संख्या 205 पहुंच गई है। ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
तराई में पर्यटन को देखते हुए जंगल से सटे इलाकों के युवाओं को रोजगार मुहैया कराने की बात कही। स्पष्ट कहा कि जब तक वन संपदा रहेगी, तभी मनुष्य का अस्तित्व रहेगा। वन संपदा के बिना मनुष्य और वन्यजीव नहीं रह सकते हैं। इसको संरक्षित करें।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को वन प्राणी सप्ताह समारोह के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पीलीभीत पहुंचे थे। जहां पीलीभीत टाइगर रिजर्व के मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आपके बीच प्रकृति की गोद में बसे इस महत्वपूर्ण स्थल पर आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
डबल इंजन की सरकार लगातार विकास पर काम कर रही है। पीलीभीत में 250 करोड़ की परियोजनाओं का लोकर्पण और शिलान्यास भी किया। करीब डेढ़ घंटे के कार्यक्रम के दौरान वह वन्यजीव संरक्षण और ईको टूरिज्म पर बात करते रहे। कहा कि भारतीय संस्कृति में केवल मनुष्य ही प्रकृति का हिस्सा नहीं है, बल्कि वन्यजीव भी शामिल हैं।
प्रत्येक मनुष्य का दायित्व कि जीवन च्रक मानव के साथ-साथ जीव जंतुओं के अस्तित्व पर टिका हुआ है। जैव पारिस्थितिकी पर संकट से मनुष्य का जीवन खतरे में हैं। वन्यजीवों को संरक्षित करें। मुख्यमंत्री ने दुधवा और पीलीभीत टाइगर रिजर्व के बीच प्रस्तावित तराई एलिफेंट कॉरिडोर की कार्ययोजना का विमोचन किया।
बोले- जब मानव-वन्यजीव का संघर्ष की घटनाएं बढ़ी थी, तो कोई सहायता नहीं मिलती थी। मगर डबल इंजन की सरकार ने पांच लाख रुपये मुआवजा देने की शुरुआत की। सरकार वन्यजीवों के संरक्षण के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी के परिणाम स्वरूप पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या दोगुनी हो गई है।
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) में पारिस्थितिक तंत्र और जैव विविधता के प्रमुख मिस मिंडोरी पैक्सटन की ओर से पीलीभीत टाइगर रिजर्व को अंतरराष्ट्रीय स्तर का टाइगर एक्स टू अवार्ड दिया गया है। वर्तमान में पूरे राज्य में बाघ की संख्या 205 पहुंच गई है, जोकि पहले 173 हुआ करती थी।
इसमें तराई का अहम योगदान रहा। चाहे फिर वह दुधवा नेशनल पार्क, पीलीभीत टाइगर रिजर्व हो या फिर अमानगढ़ का टाइगर रिजर्व। इन टाइगर रिजर्व ने यूपी को पूरे देश में एक अलग पहचान दिलाने का काम किया है।
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