उप्र: मीटर निर्माता कंपनी दो​षी, जांच में सही पाई गई स्मार्ट मीटर भार जंपिंग

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लखनऊ, अमृत विचार। स्मार्ट मीटर जंपिंग केस में शुक्रवार को बड़ी खबर आई है। सैंपल जांच के लिए सेन्ट्रल पावर रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीपीआरआई) नोएडा में एक्सेप्टेन्स टेस्ट के लिए भेजे गए स्मार्ट मीटर मुख्य पैरामीटर में फेल हो गया है। बता दें कि सबसे महत्वपूर्ण मीटर का टेक्निकल पैरामीटर मीटर कांस्टेंट होता है। जिससे यह …

लखनऊ, अमृत विचार। स्मार्ट मीटर जंपिंग केस में शुक्रवार को बड़ी खबर आई है। सैंपल जांच के लिए सेन्ट्रल पावर रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीपीआरआई) नोएडा में एक्सेप्टेन्स टेस्ट के लिए भेजे गए स्मार्ट मीटर मुख्य पैरामीटर में फेल हो गया है।

बता दें कि सबसे महत्वपूर्ण मीटर का टेक्निकल पैरामीटर मीटर कांस्टेंट होता है। जिससे यह सिद्ध होता है कि स्मार्ट मीटर आईएस 16444 की धारा 6.12 के तहत सिंगल फेस मीटर की एक्यूरेसी मीटर कांस्टेंट के तहत कितने इम्प्लस पर एक यूनिट रीडिंग देना चाहिए। अनेकों पैरामीटर पर चेकिंग के लिए भेजे गये स्मार्ट मीटर इस मीटर कांस्टेंट टेस्ट सहित एक्यूरेसी के मानकों में फेल साबित हुआ।

इस पर उपभोक्ता परिषद पहले से ही यह मुद्दा उठाते चला आ रहा है कि मीटर की गुणवत्ता ठीक नहीं है। उपभोक्ता परिषद ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि दोषी मीटर निर्माता कंपनी को ब्लैकलिस्ट करें।

इस पूरे प्रकरण में जो भी दोषी हो उसपर कड़ी कार्रवाई करे। अब पूरे मामले पर यह कहना गलत नहीं होगा की जो स्मार्ट मीटर भार जंपिंग में पकड़े गए वह मीटर रीडिंग में भी जम्प कर रहे हो तो कोई बड़ी बात नहीं है। ऐसे में अब इस दिशा में जांच होना बहुत जरूरी है।

परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि लगभग नौ माह पहले भार जंपिंग की बात सामने आई थी। जिसमें उपभोक्ता परिषद् ने ऊर्जा मंत्री को एक प्रस्ताव देकर बताया था कैसे 4518 स्मार्ट मीटर जिनका भार तीन गुना से भी ज्यादा जंप कर गया। जिस पर ऊर्जामंत्री के निर्देश पर एक चार सदस्यीय कमेटी पावर कार्पोरेशन ने बनाया।

कमेटी ने जांच के बाद सभी कंपनियों से स्मार्ट मीटर के सैंपल उठवाकर सीपीआरआइ नोएडा के लिए भेजा और फिर कोरोना का बहाना लेकर बहुत दिनों तक जांच लंबित रखी गई।

जब उपभोक्ता परिषद् को शक हुआ तो परिषद ने सीपीआरआई नोएडा के एक उच्चाधिकारी से बात की। इस दौरान पता चला कि सीपीआरआई नोएडा ने बिजली कंपनियों को रिपोर्ट भेज दी है। इसे अभी तक दबाया गया है।

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