शाहजहांपुर में बुखार का कहर, एक युवक और दो वृद्ध की गई जान

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Published By Vikas Babu
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एक सप्ताह में बुखार से पीड़ित थे ग्रामीण,इलाज के दौरान तोड़ा दम

खुटार, अमृत विचार। नगर व क्षेत्र में बुखार का कहर बढ़ता जा रहा है। बुखार में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक इसकी चपेट में है। जहां सरकारी अस्पताल और निजी अस्पतालों में मरीजों की भरमार है। खुटार में बुखार से एक युवक और दो वृद्धों की इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतकों के घर सूचना पहुंची तो कोहराम मच गया। जबकि मोहनपुर, रसवां कलां, और सौफरी में तमाम परिवार बुखार से ग्रसित है। जिनका इलाज चल रहा है।

क्षेत्र के गांव रसवां कलां निवासी 75 वर्षीय सीताराम राठौर करीब एक सप्ताह से बुखार से पीड़ित चल रहे थे। परिजन नगर के निजी अस्पताल से उनका इलाज करा रहे थे। लेकिन 20 अक्टूबर को सीताराम की हालत बिगड़ गई  दूसरे निजी अस्पताल में ले गए। जहां सुधार नहीं होने पर बाहर ले जाने की सलाह दी गई।

21 अक्टूबर को परिजन सीताराम को लेकर बरेली के निजी अस्पताल ले गए। जहां देर रात इलाज के दौरान सीताराम राठौर ने दम तोड़ दिया। मृतक के पुत्र रामेंद्र, मनोज, राजीव, अरविंद का रो-रोकर बुरा हाल है। उधर, क्षेत्र के गांव मोहनपुर निवासी 32 वर्षीय प्रदीप वर्मा को पांच दिन पूर्व बुखार आया था। परिवार के लोगों ने खुटार निजी अस्पताल से दवा दिलाकर इलाज कर रहे थे। लेकिन दिन पर दिन हालत बिगड़ी चली गई।

इसके बाद परिजनों ने उन्हें जनपद पीलीभीत के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। 21 अक्टूबर की रात प्रदीप वर्मा की अस्पताल में ही मौत हो गई। सूचना घर पहुंची तो कोहराम मच गया। इधर, गांव सौफरी निवासी 55 वर्षीय रियायत को कई दिनों से बुखार आ रहा था। बुखार की शिकायत के बाद डॉक्टर से सलाह लेकर दवा शुरू की थी। लेकिन कोई लाभ नहीं हो रहा था। जिस कारण हालत बिगड़ती चली गई। रविवार सुबह घर में ही रियायत की जान चली गई। जिससे परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। इसके साथ ही गांव में कई परिवार बुखार से बीमार चल हैं। जिनका उपचार चल रहा है।

मोहनपुर में बुखार से कई बीमार, तीन की चली गई जान
क्षेत्र के गांव मोहनपुर में बुखार का प्रकोप थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। गांव में कई लोग बुखार से बीमार हैं। तो वही, आठ अक्टूबर को गांव मोहनपुर निवासी राजीव शुक्ला का आठ वर्षीय पुत्र विक्रम और 17 अक्टूबर को अर्जुन की आठ वर्षीय पुत्री रोशनी की बुखार की चपेट में आने से मौत हो गई थी। इसके अलावा 21 अक्टूबर की रात उसी गांव के रहने वाले प्रदीप वर्मा की जनपद पीलीभीत के निजी अस्पताल में बुखार से इलाज के दौरान मौत हो गई। गांव में बुखार से तीन मौतें होने के बाद लोग सहमे हुए है।

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