विपक्षी सांसदों के दावों के बाद सरकार ने दिए Apple Iphone मामले में जांच के आदेश 

विपक्षी सांसदों के दावों के बाद सरकार ने दिए Apple Iphone मामले में जांच के आदेश 

नई दिल्ली। सरकार ने विपक्षी दलों के सांसदों के इस दावे के बाद जांच के आदेश दिए हैं कि उन्हें (विपक्षी सांसदों को) सरकार प्रायोजित हैकर्स द्वारा उनके आईफोन से छेड़छाड़ किये जाने को लेकर चेतावनी संदेश मिले हैं।

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सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार सभी नागरिकों की गोपनीयता और सुरक्षा की रक्षा करने की अपनी भूमिका को बहुत गंभीरता से लेती है और ‘‘इन संदेशों की तह तक जाने के लिए जांच करेगी।’’ मंत्री ने अपनी पोस्ट में कहा, ‘‘ऐसी जानकारी और व्यापक अटकलों के आलोक में, हमने एप्पल से कथित सरकार-प्रायोजित छेड़छाड़ पर वास्तविक, सटीक जानकारी के साथ जांच में शामिल होने के लिए भी कहा है।’’

उन्होंने कहा कि जांच सीईआरटी-इन द्वारा की जाएगी। वैष्णव ने भोपाल में एक प्रेसवार्ता में विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि आलोचक "ध्यान भटकाने वाली राजनीति" में लिप्त हो रहे हैं, क्योंकि वे प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश की प्रगति को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं।

मंत्री ने बताया कि ऐसा परामर्श एप्पल ने 150 देशों में जारी किया है। वैष्णव ने अपने पोस्ट में कहा कि एप्पल ने यह भी दावा किया है कि एप्पल आईडी, उपकरणों पर सुरक्षित रूप से एन्क्रिप्टेड होते हैं, जिससे उपयोगकर्ता की स्पष्ट अनुमति के बिना उन तक पहुंचना या उन्हें पहचानना बहुत मुश्किल होता है।

उन्होंने कहा कि यह एन्क्रिप्शन उपयोगकर्ता की एप्पल आईडी की सुरक्षा करता है और यह सुनिश्चित करता है कि यह निजी और संरक्षित रहे। मंत्री ने कहा, ‘‘हम मीडिया में कुछ सांसदों के साथ ही कुछ अन्य लोगों के मीडिया में आये इन बयानों से चिंतित हैं कि उनके एप्पल आईफोन पर एक संदेश मिला है। मीडिया की खबरों के अनुसार, उन्हें प्राप्त चेतावनी संदेशों में उनके उपकरणों के साथ 'सरकार-प्रायोजित छेड़छाड़' का उल्लेख किया गया है।

हालांकि, इस मुद्दे पर एप्पल की अधिकांश जानकारी अस्पष्ट और गैर-विशिष्ट प्रकृति की प्रतीत होती है।’’ वैष्णव ने कहा कि एप्पल के अनुसार, ये सूचनाएं उन सूचनाओं पर आधारित हो सकती हैं जो 'अधूरी या अपूर्ण' हैं। मंत्री ने कहा कि एप्पल के बयान से संकेत मिलता है कि ‘‘एप्पल की कुछ खतरे की सूचनाएं गलत चेतावनी हो सकती हैं और कुछ हमलों का पता नहीं चल सकता।’’

कई विपक्षी नेताओं ने मंगलवार को दावा किया कि उन्हें एप्पल से एक अलर्ट मिला है जिसमें उन्हें चेतावनी दी गई है कि ‘‘सरकार-प्रायोजित हैकर उनके आईफ़ोन से छेड़छाड़ करने की कोशिश कर रहे हैं’’ और उन्होंने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर संदेश के कथित स्क्रीनशॉट पोस्ट किए। शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा, आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा, कांग्रेस के शशि थरूर और उनकी पार्टी के मीडिया एवं प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने ‘एक्स’ पर एप्पल का संदेश साझा किया।

माकपा महासचिव सीताराम येचुरी को भी इसी तरह का संदेश मिला। आईफोन निर्माता एप्पल इंक ने कहा है कि वह विपक्षी दलों के कुछ सांसदों द्वारा प्राप्त चेतावनी संदेशों को किसी विशिष्ट सरकार-प्रायोजित हैकर से नहीं जोड़ता और वह ऐसी चेतावनी के कारणों के बारे में जानकारी नहीं दे सकता।

सरकार के कुछ सबसे मुखर आलोचकों के यह कहने के बाद कि उन्हें चेतावनी मिली है कि सरकार प्रायोजित हैकर द्वारा उनके आईफ़ोन से छेड़छाड़ करने का प्रयास किया गया है, एप्पल ने एक बयान में कहा कि कुछ खतरे की सूचनाएं गलत चेतावनी हो सकती हैं और कुछ हमलों का पता नहीं चल सकता।

कंपनी ने कहा, ‘‘एप्पल खतरे की सूचनाओं के लिए किसी विशिष्ट सरकार-प्रायोजित हमलावर को जिम्मेदार नहीं ठहराता।’’ एप्पल ने कहा कि सरकार प्रायोजित हमलावर ‘‘आर्थिक और तकनीकी रूप से बहुत मजबूत होते हैं और उनके हमले समय के साथ विकसित होते हैं।’’

सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि आज की ‘‘खतरे की सूचनाएं’’ सांसदों और राजनीति से जुड़े लोगों सहित कई लोगों को मिलने के बाद, एप्पल को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या उसके उपकरण सुरक्षित हैं और ये "खतरे की सूचनाएं" 150 से अधिक देशों के लोगों के लिए क्यों भेजी जा रही हैं?

चंद्रशेखर ने कहा, ‘‘...क्योंकि एप्पल ने लगातार दावा किया है कि उनके उत्पाद गोपनीयता के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। हमारी सरकार हमारे नागरिकों की गोपनीयता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध और कर्तव्यबद्ध है, और हम इस जिम्मेदारी को बहुत गंभीरता से लेते हैं।’’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार इन चेतावनी संदेशों और एप्पल के सुरक्षित और गोपनीय उपकरण होने के दावों की भी जांच करेगी।

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