प्रयागराज : 105 दिन बाद नैनी जेल से रिहा हुए छात्र नेता अजय सम्राट, कहा - कुलपति को देना होगा इस्तीफा
प्रयागराज, अमृत विचार। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 40 प्रतिशत बढ़ी फीस, छात्रसंघ बहाली व कुलपति की अवैध नियुक्ति को पिछले तीन वर्ष से आंदोलनरत व विश्वविद्यालय के मृतक छात्र आशुतोष दूबे को न्याय दिलाने को लेकर संघर्षरत छात्र अजय यादव सम्राट 105 दिन के बाद शुक्रवार को नैनी जेल से रिहा हो गये। छात्र नेता की रिहाई पर नैनी जेल गेट पर समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। बता दें कि छात्र नेता अजय सम्राट को कोर्ट ने जमानत पर रिहा किया है। समर्थकों ने छात्रसंघ भवन गेट का ताला तोड़कर शहीद लाल पदमधर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया।

छात्र नेता की रिहाई के बाद समर्थकों ने जेल गेट पर उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया। छात्र नेता अजय सम्राट ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति ने सिर्फ अपने पावर का दुरूपयोग किया। एसटीएफ का गठन 4 मई 1998 को प्रदेश में खूंखार अपराधियों को पकड़ने के लिये किया गया था न कि संस्थानिक हत्या में मृतक आशुतोष दुबे के हक-अधिकार और न्याय की लड़ाई, उनके पिता द्वारा दी गई तहरीर पर एफ. आई.आर. दर्ज करने की लड़ाई, गांधीवादी तरीके से पिछले 1095 दिन से गरीब छात्रों को सस्ती शिक्षा पाने की लड़ाई, विश्वविद्यालय में लोकतंत्र बहाल करने की लड़ाई, विश्वविद्यालय में अवैध नियुक्ति वाली कुलपति के इस्तीफे को लेकर लड़ाई लड़ने वाले छात्र की गिरफ्तारी के लिए।
उन्होंने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति ने मुझे एसटीएफ के माध्यम से गिरफ्तार करवाकर यह दिखा दिया कि वह अपनी अवैध नियुक्ति को लेकर छात्रों से कितना भयभीत और डरी हुई हैं। उन्होंने कुलपति की अवैध नियुक्ति को लेकर चैलेंज किया है कि उनको इस्तीफा देना होगा।
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