शाहजहांपुर: आमरण अनशन पर बैठे एक कर्मचारी की बिगड़ी हालत, लगाई गई ड्रिप

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Published By Vikas Babu
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अस्पताल जाने से किया इंकार, अनशन स्थल पर शुरू किया गया उपचार

शाहजहांपुर, अमृत विचार। रोजा क्षेत्र के रौसर कोठी गांव में स्थित यूनाइटेड स्प्रिट लिमिटेड (शराब फैक्ट्री ) में उत्पादन शुरू किए जाने और निकाले गए कर्मचारियों को वापस काम पर लिए जाने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे कर्मचारियों में से एक कर्मचारी की दूसरे दिन हालत बिगड़ गई। इससे कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में डॉक्टर को बुलाकर कर्मचारी का चेकअप कराया गया। कर्मचारी ने अस्पताल जाने से मना कर दिया। तब फिर अनशन स्थल पर ही उसे ग्लूकोज चढ़ाया गया।

कंपनी प्रबंधन की ओर से कर्मचारियों के व्हाट्सएप ग्रुप पर 31 अक्तूबर का एक पत्र भेजकर बताया गया कि फैक्टरी बंद करते हुए 244 नियमित व दो कैजुअल कर्मचारियों की सेवा समाप्ति कर दी गई है। नोटिस पढ़ते ही कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ गया और उसी दिन से कर्मचारियों ने प्रोसेसिंग प्लांट पर चढ़कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।

फैक्ट्री प्रबंधन से वार्ता नहीं होने पर कर्मचारियों ने शुक्रवार से आमरण अनशन शुरू कर दिया। अनशन पर 40 कर्मचारी बैठे हुए हैं। बाकी 206 कर्मचारी समर्थन में प्लांट पर ही मौजूद हैं। अमरण अनशन के दूसरे दिन शनिवार सुबह करीब 11:30 बजे कर्मचारी धर्मेंद्र कुमार की हालत बिगड़ने लगी। उन्हें अंदर से कमजोरी मालुम होने लगी तो कर्मचारी घबरा गए। वहीं सुरक्षा के तौर फैक्ट्री परिसर में मौजूद पुलिस भी सकते में आ गई।

अधिकारियों को मामले की जानकारी देते स्वास्थ्य विभाग की टीम को मौके पर बुलाया गया। डॉक्टर ने कर्मचारी धर्मेंद्र कुमार का चेकअप करने के बाद उन्हें अस्पताल चलने की सलाह दी लेकिन उन्होंने अस्पताल जाने से मना कर दिया। उनका कहना था कि वह अनशन स्थल से किसी कीमत पर नहीं हटेंगे, इसके लिए उन्हें चाहे कोई कीमत चुकानी पड़ी। इसके बाद डॉक्टर ने उन्हें ड्रिप लगाकर ग्लूकोज चढ़ाया।

तब कहीं जाकर उनके स्वास्थ्य में थोड़ा सुधार हुआ लेकिन उनकी हालत पूरी तरह से सामान्य नहीं हो पाई।  कर्मचारियों का कहना है कि यह उनके धैर्य और परीक्षा की घड़ी है अपनी मांगों को लेकर वह लोग पीछे नहीं हटेंगे। कर्मचारियों का कहना है कि फैक्ट्री में जब उत्पादन करने लायक मशीनें हैं, तब फिर जानबूझकर उत्पादन बंद कर हम कर्मचारियों को बेरोजगार किया जा रहा है, तमाम कर्मचारी ऐसे हैं, जिनका आधा जीवन फैक्ट्री में गुजर गया है और अब वह नई नौकरी की तलाश आखिर कहां करेंगे।

उनके लिए यह स्थिति करो या मरो की है, इसलिए उनका यह आमरण अनशन जारी है। अनशन पर बैठे 40 कर्मचारी केवल पानी पीकर बैठे हैं, कल से कुछ भी नहीं खाया है और अभी यह अनशन जारी रहेगा। दूसरे दिन भी आमरण अनशन पर अमोल राना, विवेक शर्मा, मनोज कुमार दुबे, अमित दीक्षित, प्रशांत दीक्षित, विश्वमोहन मिश्रा, विनय शुक्ला, धीरज कुमार वर्मा, शिव कुमार कश्यप, राजू, छेदालाल, धर्मेंद्र कुमार, अवधेश कुमार वर्मा, रामप्रताप, रामू सहित चालीस लोग बैठे रहे।

पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भी पहुंचे अनशन स्थल पर
कर्मचारियों के आमरण अनशन पर बैठे होने की जानकारी होने पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अजय प्रताप सिंह यादव शनिवार दोपहर करीब एक बजे अनशन स्थल पर पहुंचे, जहां एसडीएम सदर शैलेंद्र गौतम, सीओ सदर अमित चौरसिया, नायब तहसीलदार से कहा कि फैक्ट्री प्रबंधन से वार्ता कर कर्मचारियों के इस मसले को जल्द से जल्द हल करवाने की कोशिश करें। उन्होंने कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि वह कर्मचारियों के साथ में हैं।

विधायक पुत्र अरविंद ने भी दिया मदद का आश्वासन
ददरौल विधानसभा क्षेत्र से विधायक मानवेंद्र सिंह के बेटे अरविंद सिंह शनिवार सुबह करीब 10:30 बजे अनशन स्थल पर पहुंचे। उन्होंने कर्मचारियों से उनकी समस्या को लेकर वार्ता की, तथा हर स्तर पर उन्हें मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि यदि फैक्ट्री प्रबंधन से कानूनी लड़ाई लड़नी पड़े तो वकील वह मुहैया कराएंगे।

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