पीलीभीत: मदरसा संचालकों ने लालच देकर जमा कराई रकम, मांगने पर धमकाया, अब लिखी FIR...जानिए मामला
पीलीभीत, अमृत विचार। मदरसा संचालकों ने एक ग्रामीण को अधिक मुनाफे का लालच देकर दो साल तक हर माह छह हजार रुपये जमा कराए। इसके बाद जब रकम वापस करने का समय आया तो मुकर गए। पंचायत में किए गए निर्णय को भी दरकिनार कर दिया। पुलिस ने पहले जांच के नाम पर मामला टाल दिया। अब कोर्ट के आदेश पर नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है।
दर्ज की गई रिपोर्ट में खमरिया पंडरी गांव निवासी सिराज पुत्र बब्बू ने बताया कि गांव के ही ताबिस हुसैन, उसकी पत्नी शबनम, मोहम्मद आरिफ मिलकर मदरसा चलाते हैं। शबनम मदरसे की प्रधानाचार्य है। वह भी इसी मदरसे में पढ़ चुके हैं। जिसके चलते सभी से जान पहचान है। एक दिन आरोपियों ने उसे माहाना जमा योजना बताते हुए कहा इसमें छह हजार रुपये प्रतिमाह जमा करो और फिर कुछ समय बाद बढ़ाकर भुगतान किया जाएगा।
पीड़ित झांसे में आ गया और एक जुलाई 2021 से छह हजार रुपये प्रतिमाह जमा करना शुरू कर दिया। फाइल तैयार करने के लिए दो हजार रुपये पहली बार में अलग से दिए गए। दिसंबर 2022 तक लगातार किश्त जमा करता रहा। मियाद पूरी होने के बाद जब रकम वापस मांगी तो टालमटोल शुरू कर दी गई। पांच अगस्त 2023 को पंचायत भी संभ्रांत लोगों द्वारा कराईगई। इसमें तय किया गया कि 1.10 लाख रुपये वापस किए जाएंगे।
31 अगस्त को 20 हजार, तीस सितंबर को 30 हजार, बकाया रुपये फरवरी 2024 तक अदा करने होंगे। आठ अक्टूबर को जब पीड़ित अपने रुपये लेने गया तो आरोपियों ने इनकार कर दिया। गाली गलौज करते हुए पीड़ित व भाई मेराज से मारपीट की।जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया। उसी वक्त थाना पुलिस से लेकर एसपी तक शिकायत की गई लेकिन सुनवाई नहीं हुई। तब न्याय के लिए कोर्ट की शरण में गए। तब जाकर कार्रवाई हो सकी।
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