बाराबंकी: महादेवा महोत्सव को जन आकर्षण का केंद्र बनाने में सफल रही डीएम की रणनीति, बड़ी संख्या में जुटे लोग

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Published By Sachin Sharma
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रामनगर, बाराबंकी। रविवार को समाप्त हुआ लोधेश्वर महादेवा महोत्सव इस बार कई मायने में मायने में अभूतपूर्व रहा। महोत्सव का स्थान परिवर्तन श्रद्धालुओं को महादेवा की ओर आकर्षित करने में सफल रहा। महोत्सव में नाम-चीन कलाकारों की उपस्थिति ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। कार्यक्रम को भव्यता की ओर ले जाने में जिलाधिकारी की रणनीति पूरी तरह सफल रही।

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महादेवा के करीब ऑडिटोरियम के निर्माण के बाद कार्यक्रम ऑडिटोरियम में ही आयोजित होता रहा है। आडिटोरियम महादेवा से लगभग 1 किलोमीटर पहले ही पड़ जाता है। जिसके चलते इसका आकर्षण धीरे-धीरे समाप्त हो रहा था। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बारीकी से इसके पहलुओं का अध्ययन किया। इसके बाद महोत्सव का आयोजन महादेव मंदिर के बाद पड़ने वाली बाग में किया गया। परिणाम यह रहा कि मेले में झूले भी लगे, बाजार सजी और कारोबार भी हुआ।

लगातार सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेलकूद के आयोजन से महादेवा महोत्सव भव्यता की ओर अग्रसर हुआ। परिणाम स्वरूप श्रद्धालुओं की आमद बढ़ी। लोगों का कहना है कि लग रहा था अब महोत्सव का अस्तित्व धीरे-धीरे समाप्त हो जाएगा। लेकिन  महोत्सव में कराए गए विभिन्न कार्यक्रम लोगों को खूब रास आए। जिन्हें देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड़ जुटी रही।

इस अवसर पर खादी वस्त्र खिलौने आदि की प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें लोगों ने खूब जमकर खरीदारी की। मेला मैदान में निशुल्क दुकान लगाने वाले दुकानदारों के आय में भी बढ़ोतरी हुई। 7 दिनों तक पूरे मेला क्षेत्र में दर्शकों की भारी भीड़ देखने को मिली। महोत्सव में कराए गए कार्यक्रमों का दर्शकों ने खूब आनंद लिया।

एसडीएम नागेंद्र पांडे ने बताया मेरी पहली पोस्टिंग थी। लेकिन हमने जनता से राय लेकर महोत्सव का स्थान का बदलकर पुरानी परंपरा को गति दी है। भोले बाबा की कृपा व सभी के सहयोग से महादेव महोत्सव संपन्न हुआ है। श्रद्धालु तथा क्षेत्रीय लोगों में चर्चा यह भी बनी हुई है। जिला अधिकारी के रहते जल्द ही महादेवा काशी कॉरिडोर की तरह विकसित होगा।

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