टिकैतगंज डकैती का खुलासा, सात गिरफ्तार - लगेगा गैंगस्टर

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Published By Jagat Mishra
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21 किलो से अधिक चांदी, 51 ग्राम सोना और नगदी बरामद, पुलिस मुठभेड़ में एक घायल

बाराबंकी, अमृत विचार। थाना कुर्सी क्षेत्रान्तर्गत टिकैतगंज में हुई बहुचर्चित डकैती की घटना का पुलिस ने शनिवार को खुलासा कर दिया। पुलिस मुठभेड़ में एक डकैत घायल हुआ है, कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पांच की अभी भी पुलिस तलाश कर रही है। पकड़े गए डकैतों के पास से 21 किलो 200 ग्राम चांदी, 51 ग्राम सोना और पांच हजार नगदी बरामद की गई है। पूरे गिरोह पर पुलिस गैंगस्टर लगाने की तैयारी कर रही है।

पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि भुक्तभोगी भोगी व्यापारी शिवकुमार निगम के करीबी लोगों ने ही डकैती की घटना को अंजाम दिया था। इसकी योजना 15 दिसंबर को ही तैयार कर ली गई थी। डकैतों ने 18 दिसंबर को डकैती डालने का प्लान तैयार किया था। जिसके तहत पहले एक व्यक्ति बर्तन खरीदने के बहाने अंदर घुसा। इसके बाद दूसरा साथी अंदर आ गया। असलहे की नोक पर परिवार की दोनों महिलाओं और व्यापारी को अंदर बैठा दिया गया। फिर फिर लूट की घटना को अंजाम दिया गया।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अभियुक्त नौशाद को असलहा बरामदगी के दौरान भागने लगा। जिसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने चेतावनी देकर पर पर गोली चलाई। नौशाद को इलाज के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। 

पुलिस अधीक्षक का कहना है किअभियुक्तों के कब्जे से 21.200 किग्रा चांदी व चांदी के आभूषण, 51 ग्राम सोने के आभूषण , नकदी 5075 रुपए सहित  02 तमंचा व 04 जिन्दा/खोखा कारतूस बरामद किया गया है। जो कि वादी मुकदमा द्वारा लिखाया गया लूट के माल से कहीं अधिक है। फरार डकैतों के पास भी लगभग इतना ही माल होने की उम्मीद की जा रही है।

एसपी ने बताया किकुल 07 अभियुक्तों  नौशाद पुत्र मुख्तार निवासी ग्राम भौली थाना बक्शी का तालाब जनपद लखनऊ,  मनोज पुत्र शत्रोहन गुप्ता निवासी फैजुल्ला गंज गणेश बिहार कालोनी एस आर पैलेस के बगल थाना मड़ियाव जनपद लखनऊ, मूल पता-ग्राम मुबारकपुर थाना सादुल्लानगर जनपद बलरामपुर, रूपेन्द्र उर्फ सूरज पुत्र पुत्तन सिह निवासी देवरी रूखारा थाना बक्शी का तालाब जनपद लखनऊ, मोनू उर्फ अभिषेक सिंह पुत्र बचान सिंह निवासी ग्राम मामपुरबाना थाना बक्शी का तालाब जनपद लखनऊ,  प्रेम कुमार पुत्र राजकुमार निवासी ग्राम लोहराई मजरे डिकरी बाजार खिंझना थाना घुघंटेर जनपद बाराबंकी,  रामबहादुर सिंह पुत्र भगवान बख्श सिंह निवासी ग्राम कुंवरपुर थाना महिगवां जनपद लखनऊ, तथा राजू यादव उर्फ वीरेन्द्र कुमार पुत्र स्व0 सोहन लाल यादव निवासी ग्राम लंघनियाँ थाना बिसवां जनपद सीतापुर को ग्राम बोहइया स्थित भुइहारन बाबा मन्दिर के पास बाग से गिरफ्तार किया गया।

कैमरे से मिली खुलासे में मदद
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गांव में लगे कैमरे से अभियुक्तों की पहचान उसी दिन कर ली गई थी। हालांकि शिवकुमार निगम के घर पर कैमरा नहीं लगा था। उन्होंने जिले भर के व्यापारियों से अपील की कि वह अपने-अपने घरों पर कैमरे जरूर लगाए ं।

घर के अंदर की दशा से परिचित था अभियुक्त
पुलिस अधीक्षक का कहना है कि टिकैतगंज कस्बे के पास स्थित मोसण्ड का निवासी अभियुक्त अमरजीत यादव नहीं पूरी घटना का प्लान तैयार किया था। उसे मालूम था कि शिवकुमार निगम जेवरात रेहन रखकर ब्याज पर पैसे देने का काम करता है। वह घर की आंतरिक स्थिति से भी वाकिफ था। यह बात उसने अपने रिश्ते के बहनोई गनेशी जो इस घटना का वांछित अभियुक्त है से साझा किया। गनेशी पिछले कुछ दिनों से वादी के घर पर ग्राहक बनकर नियमित रूप से आता जाता था जिससे उसे वादी के घर की पूरी जानकारी हो जाये। तत्पश्चात इन दोनों ने महिगंवा के हिस्ट्रीशीटर अपराधी राम बहादुर सिंह से सम्पर्क साधा ताकि इस घटना को अंजाम देने हेतु उसके माध्यम से बदमाश मिल सके। रामबहादुर ने बताया कि कुछ बदमाशों को अमरजीत एवं उसका रिश्तेदार लेकर घटना से तीन दिन पूर्व भड़सर के पास स्थित क्रिकेट ग्राउण्ड पर आये थे और अभिषेक, राजू, सूरज, नौशाद एवं प्रेम को लेकर मैं आया था। वहीं पर योजना बनी कि सोमवार को शाम होने के बाद जब सेठ के नौकर दुकान से चले जाते हैं तब हम लोग घर में घुसेंगे। अमरजीत ने ही रेकी किया था। घटना को अंजाम देने हेतु एक बड़ी गाड़ी की आवश्यकता थी जिसकी व्यवस्था पारस निवासी सागरपुर ने राम बहादुर के कहने पर किया था। पारस वाहन चलाने का काम भी करता है और घटना के पहले राम बहादुर के ढ़ाबे के बाहर चाट का ठेला लगाता था। घटना के दिन उसी ने घटना को अंजाम देने हेतु इनोवा कार की व्यवस्था किया था। 

घटनास्थल पर पहुंचकर गाड़ी में बैठे बदमाशों को अमरजीत ने घटनास्थल की पहचान कराई और गाड़ी फिर वहां से बिना रुके आगे तिराहे पर जाकर खड़ी हो गई। वहां से 05 बदमाश क्रमशः आशू, अफसार, राजू, अभिषेक और सूरज घटना को अंजाम देने हेतु मय असलहों के वहां गये। पीछे से नौशाद और गनेशी भी वहां पहुंचे और उन्होंने वादी एवं उसकी बहनों को धमका कर लूट की घटना को अंजाम दिया और फिर वहां से फरार हो गये। 

एसटीएफ ने भी की मदद
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस डकैती की घटना की खुलासे के लिए जिले के सभी थानों की पुलिस के साथ-साथ एसटीएफ की भी मदद ली गई। फरार चल रहे पांच अन्य व्यक्तियों की तलाश में छापेमारी जारी है। सभी अभियुक्त साथी अपराधी हैं। जिनके विरुद्ध पहले से भी कई मुकदमे दर्ज हैं।

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