बदायूं: आजीवन कारावास की सजा के बाद नौ साल से चल रहा था फरार...एसओजी ने दबोचा, जानिए कौन है यह अपराधी?
बदायूं, अमृत विचार: एसओजी और कोतवाली दातागंज पुलिस को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। दिल्ली और राजस्थान में नाम बदलकर रह रहे हत्या के सजायाफ्ता को गिरफ्तार कर लिया है। वह जमानत के बाद से फरार चल रहा था। कोर्ट ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। उसपर 15 हजार रुपये इनाम घोषित किया गया था। वह नौ साल से फरार चल रहा था। पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है।
कोतवाली दातागंज क्षेत्र के गांव पापड़ निवासी जुगल किशोर उर्फ पप्पू पुत्र राम भरोसे लाल ने वर्ष 1927 में गांव में जान से मारने की नीयत से फायरिंग की थी। जिसमें दो लोगों की मौत और एक घायल हो गया था। पुलिस ने जुगल किशोर पर हत्या, जानलेवा हमला, एससीएसटी एक्ट समेत विभिन्न आरोप में वर्ष 1997 में रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। उस दौरान उसपर एनएसए के अंतर्गत भी कार्रवाई की गई थी। आरोपी को 2014 में जमानत मिल गई थी। जिसके बाद कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। जुगल किशोर फरार हो गया था। प्रयागराज कोर्ट ने उसके खिलाफ स्थाई वारंट जारी किया था।
एसएसपी ने उनके ऊपर 15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया। उसकी गिरफ्तारी के लिए चार टीमें गठित की थीं। मंगलवार को टीम ने हत्या के दोषी सजायाफ्ता जुगल किशोर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि वह 2014 तक जेल में रहा था।
जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद वह राजस्थान और दिल्ली में मुकेश नाम रखकर छिपाकर रहने लगा था। पुलिस से बचने के लिए उसने अपने परिवार और रिश्तेदारों से भीं संपर्क नहीं किया। कोर्ट से उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
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