शाहजहांपुर: महानगर में खुलेंगे विकास के द्वार, नए साल में मिलेंगी सीवर लाइन सहित पांच नई सौगात

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Published By Moazzam Beg
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शाहजहांपुर, अमृत विचार। खट्टी-मीठी यादों के साथ साल 2023 विदा हो गया है। 2023 में कुछ उम्मीदें पूरी हुईं तो कुछ अधूरी भी रह गईं। अब सारी उम्मीद साल 2024 से हैं। इसलिए पूरे जोश के साथ नए साल का स्वागत किया जा रहा है। नए साल में महानगर को पांच महत्वपूर्ण सौगात मिलेंगे, जिससे विकास के द्वार खुलेंगे।

महानगर के लिए इस समय सबसे बड़ी मुसीबत बनी सीवर लाइन 2024 में पूरी हो जाएगी। इसी तरह खन्नौत नदी पर बन चुके ओवरब्रिज का लोकार्पण हो जाएगा, सीवर ट्रीटमेंट प्लांट पूरी क्षमता के साथ सुचारू होगा, मल्टीलेवक कार पार्किंग बन जाएगी और स्मार्ट रोड भी जनता को समर्पित कर दिया जाएगा। जिले में तमाम सड़कें बनने से जनता को बेहतर सड़कों की सौगात मिल सकेगी।

मुसीबत बने सीवर लाइन निर्माण से मिल जाएगा छुटकारा
साल 2024 में मुसीबत बने सीवर लाइन निर्माण से छुटकारा मिल जाएगा। लगभग 85 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और आगामी कुछ महीने में शेष कार्य भी पूरा होने की उम्मीद है। महानगर में गर्रा और खन्नौत नदी के बीच में 186 किलोमीटर की सीवर लाइन डालने का काम चल रहा है। शासन ने निर्माण के लिए 377 करोड़ रुपये साल 2019 में ही स्वीकृत कर दिए थे। अब ज्यादातर पैसा जारी भी किया जा चुका है। निर्माण भी अंतिम चरण में है। 

सीवर लाइन डालने के दौरान जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है। लाइन डालने के लिए महानगर की एक-एक सड़क खोद दी गई। समय से और ठीक से सड़कों का पुनरनिर्माण नहीं कराया गया। जिसके चलते सड़कें गड्ढों में तब्दील हो गई हैं। इस समय ज्यादातर सड़कें ठीक से चलने लायक नहीं हैं।

अनियोजित खोदाई के चलते सीवर लाइन डालने का काम काफी कष्टकारी हो रहा है। यह निर्माण कार्य छह महीना पहले पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अब दूसरा कार्यविस्तार लेकर काम कराया जा रहा है। बता दें कि सीवर की समस्या और नदियों को प्रदूषण से मुक्त बनाने के लिए सीवर लाइन डालने का काम महानगर में चल रहा है। राज्य स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत आईटीएसमएस का कार्य पूरा हो गया है।

पूरी क्षमता से चलेगा सीवर ट्रीटमेंट प्लांट
वर्तमान में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) को सिर्फ सात सौ घरों को जोड़ने के बाद शुरू कर दिया गया है। जबकि अभी तक 57 हजार 300 घर जुड़ना बाकी है। सिर्फ आसपास के सात सौ घर ही प्लांट से जुड़ सके हैं। सभी घरों को प्लांट से जोड़ना अभी बाकी है। सभी घरों तक सीवर के कनेक्शन नहीं हुए हैं, जिसकी वजह से एसटीपी से गंदे पानी का शोधन पूरी क्षमता से नहीं हो पा रहा है।

कार्यदायी संस्था जल निगम को एसटीपी प्लांट लगाने का कार्य सौंपा गया है। इसका काम जून 2021 में शुरू हो गया था और 31 मई 2023 तक होना था। सीवर ट्रीटमेंट प्लांट लग चुका है। जल शोधन का कार्य जारी है, लेकिन अभी मात्र कुछ घरों का सीवर ही प्लांट तक पहुंच पा रहा है। 70 फीसदी घरों का सीवर प्लांट तक नहीं पहुंच पा रहा है। एसटीपी में वर्तमान में न के बराबर गंदा पानी ही एसटीपी तक पहुंच रहा है।

इसमें किला, मघई टोटा आंशिक व अब्दुल्लागंज मोहल्लों में पड़ी सीवर लाइन का गंदा पानी शामिल है, जबकि केरूगंज, हनुमत धाम, बांसमंडी, जेल रोड, चारखंभा आदि स्थानों पर सीवर लाइन डालने का काम चल रहा है। पूरे शहर की सीवर जब प्लांट तक पहुंचेगा तब ही यह पूरी क्षमता के साथ चल सकेगा। इसके बाद लोकार्पर्ण किया जाएगा।

स्मार्ट रोड पर फर्राटा भर सकेंगे वाहन
स्मार्ट रोड का निर्माण साल 2023 में पूरा होना था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। अब साल 2024 में वाहन इस सड़क पर  फर्राटा भर सकेंगे। सुभाषनगर से रिंग रोड तक स्मार्ट रोड का निर्माण पीडब्ल्यूडी की ओर से करवाया जा रहा है। इसका 85 फीसदी कार्य पूर्ण होने का दावा किया जा रहा है। जबकि अभी निर्माण कार्य ही पूरा नहीं हो पाया है और बिजली का काम होना बाकी है। 

इस परियोजना के लिए स्वीकृति धनराशि 13.566 करोड़, रुपये है, जबकि अवमुक्त होने वाली धनराशि 10.174 करोड रुपये है। सड़क का निर्माण जून 2023 तक पूरा होना था, लेकिन समय पर पूरा नहीं हो पाया। पहले उम्मीद जताई जा रही थी कि नए साल से पहले रोड तैयार हो जाएगा, लेकिन ऐसा भी नहीं हो पाया। पूरा साल बीत गया, लेकिन रोड नहीं बन पाया। हालांकि अब कुछ महीने का ही काम बाकी है। ऐसे में पूरी उम्मीद है कि साल 2024 में रोड बनकर पूरी तरह तैयार हो जाएगा और आसानी से इस पर फर्राटा भरा जा सके।

खन्नौत नदी पुल का निर्माण पूरा
खन्नौत नदी के पुल का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। अब इसके लोकार्पण की देर है। वर्तमान में खन्नौत नदी पर बने सिंगल पुल की वजह से जाम की समस्या बनी रहती है। पुल संकरा होने के साथ-साथ काफी पुराना भी हो चुका है। यहां से वाहन गुजरते समय पुल हिलता है, जिससे खतरे का अहसास होता है। इसको देखते हुए प्रशासन ने दूसरा पुल बनवाने का प्रस्ताव बनाया था। प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया। जिसके बाद शासन ने खन्नौत नदी पर नया पुल बनाने को मंजूरी दे दी थी।

नया पुल बन जाने से जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी। पुल का निर्माण मार्च 2024 तक पूरा करने का समय है, लेकिन संबंधित ठेका कंपनी ने इतनी तेजी से काम किया कि पुल का निर्माण इसी माह पूरा हो गया है। पुल की लागत 12 करोड़ 14 लाख रुपये है। निर्माण पूरा होने के बाद जनता को भारी सुविधा होगी।

मल्टीलेवल कार पार्किंग बनने से मिलेगी जाम से निजात
मल्टीलेवल कार पार्किंग का निर्माण कार्य सीएंडडीएस उप्र जल निगम की ओर से करवाया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि इसका कार्य 95 फीसदी पूर्ण कर लिया गया है। इस कार पार्किंग के बनने से हनुमत धाम मल्टीलेवल पार्किंग रोड पर जाम की समस्या से छुटकारा मिल सकेगा। इस परियोजना के लिए 5.669 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत हुई थी, 5.385 करोड़ रुपये अवमुक्त हो गया है। काम पूरा न होते देखकर निर्माण की समय सीमा दिसंबर तक बढ़ा दी गई थी।

नगर निगम का नया कार्यालय बनकर हो जाएगा तैयार
राज्य सेक्टर कार्यक्रम योजना के तहत ही नगर निगम की ओर से 43 करोड़ 39 लाख 57 हजार रुपये की लागत से नए कार्यालय भवन का निर्माण न्यू सिटी ककरा में करवाया जा रहा है। इसके ग्राउंड फ्लोर का स्ट्रक्चर पूरा हो गया है। फिनिशिंग का कार्य बाकी है। अब प्रथम तल का कार्य कराया जाएगा।

पिछले दिनों नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के साथ निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण किया था। तब कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने नगर निगम के नए कार्यालय भवन का निर्माण कार्य जून 2024 तक पूर्ण करा लिए जाने का आश्वासन दिया गया था।

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