गोंडा: चर्चित होने की चाहत ने ताहर व ओमप्रकाश को बना दिया आरोपी, उल्टा पड़ गया राममंदिर, सीएम योगी, STF चीफ को बम से उड़ाने का दांव!
उमानाथ तिवारी, गोंडा। गलत संगत और कम समय में ज्यादा चर्चित होने की चाहत ने जिले के दो युवाओं को आरोपी बना दिया। फिरोज खान बनकर अयोध्या धाम स्थित राम मंदिर, मुख्यमंत्री योगी व एसटीएफ चीफ अमिताभ यश को बम से उड़ाने की धमकी देकर चर्चा में आने का इन युवाओं का दांव उल्टा पड़ गया।

जांच पड़ताल के बाद एसटीएफ ने बुधवार की रात ताहर सिंह व ओमप्रकाश को लखनऊ के विभूति खंड इलाके से गिरफ्तार कर लिया। ताहर और ओमप्रकाश की गिरफ्तारी की खबर से दोनों के परिवार व गांव के लोग स्तब्ध हैं।
जिले के धानेपुर थाना क्षेत्र के विशंभरपुर गांव का रहने वाला पृथ्वीराज सिंह का परिवार बेहद सामान्य है। पृथ्वीराज सिंह की तीन बेटियां व एक बेटा ताहर सिंह उर्फ अरिजीत सिंह है। इकलौता बेटा होने के कारण वह बचपन से ही घूमने फिरने के अलावा राजनीति में भी दिलचस्पी रखता था। गांव के लोगों की माने तो चर्चा में रहना ताहर को खूब पसंद था। स्थानीय स्तर के अलावा जिले के कई नेताओं के साथ उसका उठना बैठना था।
पांच साल पहले घर से वह लखनऊ गया था। वहां भारतीय किसान मंच एवं भारतीय गौ सेवा परिषद के नाम से एनजीओ चलाने वाले देवेंद्र तिवारी के पास नौकरी कर रहा था। परिवार के लोग जब उसके काम के बारे मे पूछते तो कह देता कि काम कर रहा है। बृहस्पतिवार को जब उसके गिरफ्तारी कि खबर उसके परिवार के पास पहुंची तो सभी स्तब्ध रह गए। गांव के लोग भी उसकी गिरफ्तारी से अवाक हैं।
ताहर के पिता पृथ्वीराज सिंह ने बताया कि वह पांच साल से घर पर नहीं रह रहा था, लेकिन वह ऐसा नहीं था। पृथ्वीराज सिंह का कहना है कि देवेंद्र तिवारी ने बरगलाकर उससे यह काम कराया होगा। फिलहाल ताहर की गिरफ्तारी से परिवार में सन्नाटा पसरा है। घटना में पकड़ा गया दूसरा आरोपी ओमप्रकाश मिश्रा भी बेहद सीधे परिवार से ताल्लुक रखता है। वह भी देवेंद्र मिश्रा के पास नौकरी कर रहा था और उन्ही के कालेज से आप्टोमेट्री में दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी कर रहा था।
कटरा थाना क्षेत्र के भैरमपुर कलहंसनपुरवा गांव के रहने वाले भरत भुआल मिश्रा का बेटा ओमप्रकाश मिश्रा तीन भाइयों में सबसे बड़ा है। उसके दो भाई राहुल मिश्रा व नितिन हैं। ओमप्रकाश की 10 वीं और 12 वीं की पढ़ाई बालपुर के राष्ट्रीय इंटर कॉलेज से की है। ओम प्रकाश पिछले 2 सालों से लखनऊ में रहता है। पिछले महीने ओमप्रकाश गांव आया था। वह एक महीने से घर पर ही रह रहा था।
पुलिस उसे घर से ही पकड़कर ले गयी थी। परिवार के लोग तो यही जानते थे कि वह लखनऊ में रहकर काम के साथ साथ पढ़ाई कर रहा है। यह नहीं पता था कि वह नासमझी में इतनी बड़ी वारदात कर डालेगा। ओमप्रकाश की गिरफ्तारी से उसके परिवार और गांव में सन्नाटा पसरा है। ओम प्रकाश की गिरफ्तारी से उसकी मां बदहवाश है। पिता लखनऊ गए हैं।
फिरोज खान के नाम से बनाई थी ई मेल आईडी
पकड़े गये दोनो आरोपियों ने गौ सेवा परिषद के संचालक देवेंद्र तिवारी के कहने पर फिरोज खान के नाम से राम मंदिर, सीएम योगी व एसटीएफ चीफ अमिताभ यश को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। इसका खुलासा करते हुए आरोपियों ने एसटीएफ को जो कहानी बताई वह बेहद चौंकाने वाली है। दरअसल आरोपी ताहर सिंह सेवा परिषद के संचालक देवेंद्र तिवारी का सोशल मीडिया हैण्डलर है।
जबकि दूसरा आरोपी ओम प्रकाश मिश्रा देवेंद्र के पर्सनल सेक्रेटरी के तौर पर कार्यरत है। आरोपियों ने एसटीएफ को बताया कि देवेंद्र तिवारी ने ही उनसे फिरोज बनकर इस तरह का ई मेल करने के लिए कहा था। देवेंद्र का कहना था कि अगर ऐसा होता है तो वह सोशल मीडिया पर काफी हाई लाइट हो जायेंगे।
उनकी सुरक्षा भी बढ़ जायेगी और बड़ा राजनैतिक लाभ भी मिल सकता है। देवेंद्र ने ही नाका लखनऊ स्थित अमन मोबाइल सेन्टर से दो मोबाइल फोन खरीदा और मेल भेजने के बाद उसे जलाकर नष्ट भी करा दिया। मेल भेजने के लिए देवेंद्र के कार्यालय में लगे हुए वाईफाई राउटर का इण्टरनेट इस्तेमाल किया गया।
ई मेल कराने के बाद देवेंद्र ने दी थी पुलिस को सूचना
एसटीएफ के मुताबिक भारतीय किसान मंच एवं भारतीय गौ सेवा परिषद के नाम से एनजीओ चलाने वाले देवेंद्र तिवारी ने 27 दिसंबर को एसटीएफ व डीजीपी मुख्यालय को सूचना दी कि आईएसआई संगठन के फिरोज खान नाम के सख्श ने राम मंदिर, मुख्यमंत्री योगी व डीजीपी चीफ अमिताभ यश के साथ उसे बम से उड़ाने की धमकी दी है।
यह सूचना मिलते ही पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया था। वरिष्ठ अफसरों ने तत्काल इस मामले का संज्ञान लेते हुए इसकी जांच एसटीएफ के सीओ प्रमेय कुमार शुक्ल को सौंपी थी। एसटीएफ ने जब मामले की पड़ताल शुरू की और भेजे गए ई मेल तकनीकी विश्लेषण किया तो पता चला कि ई मेल लखनऊ के आलमबाग इलाके से भेजा गया है।
पुलिस ने जांच आगे बढाते हुए बुधवार की रात विभूतिखंड इलाके से ताहर सिंह व ओमप्रकाश मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से पुलिस ने थ्रेट ई मेल आईडी क्रियेट करना वाला मोबाइल फोन, वाईफाई राउटर व सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर बरामद किया है।
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