रामपुर: घने कोहरे ने सुस्त की जिंदगी की रफ्तार, ठिठुरन बढ़ने पर लोगों ने अलाव जलाकर सेंके हाथ

दोपहर में कुछ देर को बादलों की ओट से सूर्य देव ने दिए दर्शन, मौसम वैज्ञानिक 9 जनवरी तक बूंदाबांदी का जता रहे अनुमान

रामपुर: घने कोहरे ने सुस्त की जिंदगी की रफ्तार, ठिठुरन बढ़ने पर लोगों ने अलाव जलाकर सेंके हाथ

रामपुर, अमृत विचार। घने कोहरे ने जिंदगी की रफ्तार को धीमा कर दिया है। पारा लुढ़ककर छह डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। ठिठुरान बढ़ने से लोग अलाव के सहारे हैं। कोहरा और गलन बढ़ने से बाजारों में भी ग्राहकों की आवाजाही कम रही। दोपहर को कुछ देर के लिए सूर्य देव ने बादलों की ओट से दर्शन दिए। मौसम वैज्ञानिक 9 जनवरी को बूंदाबांदी का अनुमान जता रहे हैं। 

जनवरी शुरू होते ही सर्दी का सितम शुरू हो गया है। पिछले तीन दिन से सूर्य देव के दर्शन नहीं होने से लोग सर्दी से जूझ रहे थे लेकिन, शनिवार की दोपहर सूर्य देव ने बादलों की ओट से मुहं चमकाया। भोर में कोहरे की चादर सड़कों को अपने आगोश में लिए रही। पूर्वाह्न करीब 10:30 बजे  कोहरा छटने के बाद हाईवे पर वाहनों ने फर्राटा भरा। हालांकि, सर्द हवाओं से लोगों का कलेजा कपकपाता रहा।

जिसके चलते लोगों ने जगह-जगह अलाव जलाकर सर्दी से निजात पाने का जतन किया। हामिद गेट पर हर सुबह मजदूरों की मंडी लगती है। लोग अपने आशियाने बनवाने के लिए हामिद गेट से मजदूरों को लेने आते हैं। हामिद गेट पर बैठकर अलाव पर हाथ सेंक रहे सुनील ने बताया कि प्लास्टिक, पॉलीथिन और गत्ते जलाकर हाथ सेंक रहे हैं। नगर पालिका परिषद रामपुर के अधिकारी अलाव पर मानक के अनुरूप लकड़ी नहीं डाल रहे हैं। आधी रात में अलाव के डाली गई लकड़ी जलकर खत्म हो जाती है।

झुलसा रोग से बचाने को फसलों में हल्की सिंचाई करें किसान
कृषि वैज्ञानिक डा. लक्ष्मीकांत बताते हैं कि सर्दी का असर बढ़ता जा रहा है। इन दिनों में न्यूनतम तापमान सात से चार डिग्री सेल्सियस तक हरने का अनुमान है। कहा कि किसान फसलों को झुलसा रोग से बचाने के लिए फसलों में हल्की सिंचाई करें। इसके अलावा झुलसा से बचाव के लिए दवा छिड़कें। 

हाल-ए-मौसम
अधिकतम तापमान- 13 डिग्री सेल्सियस
न्यूनतम तापमान- 08 डिग्री सेल्सियस
आद्रता- 80 प्रतिशत
वायु वेग- 5 किमी. प्रति घंटा

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों में कई स्थानों पर 9 जनवरी को हल्की वर्षा का अनुमान है। अगले दो तीन दिन सर्दी के साथ घना कोहरा जारी रहने के आसार हैं। उसके बाद पूर्वी हवाएं चलने की संभावना है जिससे तापमान में वृद्धि होने से राहत मिलेगी। किसान गेहूं सहित अन्य खड़ी फसलों में संभावित वर्षा को देखते हुए अभी सिंचाई न करें। - उदय प्रताप शाही, मौसम वैज्ञानिक, कृषि विश्वविद्यालय मेरठ

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