बाराबंकी: प्राण-प्रतिष्ठा के लिए विनम्रता का पाठ पढ़ रही खाकी, अफसर लगातार ले रहे मातहतों की क्लास

Amrit Vichar Network
Published By Sachin Sharma
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बाराबंकी। अयोध्या में रामलला के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में देश के कोने-कोने से आने वाले मेहमानों की सुरक्षा के साथ स्वागत सत्कार में पुलिस का व्यवहार राममय दिखे। इसको लेकर तैयारियों व सुरक्षा के बीच खाकी को विन्रमता का पाठ पढ़ाया जा रहा है। स्वयं अफसर लगातार मातहतों की क्लास लेकर जनता के बीच पुलिस की बनी हुई इमेज में बदलाव लाने में जुटे है। प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था में लगाए जाने वाले प्रत्येक पुलिस कर्मी को एडीजी से लेकर सीओ तक मर्यादा का पाठ पढ़ा रहे है। 

22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली रामलला के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दो दिन पहले से ही हाईवे की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी पुलिस कर्मियों को सौंप दी जाएगी। इसमें सीओ, इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर से लेकर होमगार्ड व चौकीदार तक लगाए जा रहे है। किसी को जोन तो किसी को सेक्टर के साथ हाईवे के प्रत्येक लिंक मार्ग व कट के पास पुलिस कर्मी मौजूद रहेगी। इतना ही राजधानी लखनऊ की सीमा से अयोध्या की सीमा तक 48 किमी लंबे हाईवे पर सात पीआरवी तैनात की जाएगी।

यह पीआरवी के जवान सड़क किनारे खडे़ रहकर अपने ड्यूटी के निर्वाहन व काल का इंतजार किए बिना अयोध्या जाने वाले प्रत्येक मेहनाम का हालचाल व कुशलक्षेप पूछेंगे। खाकी की हनक की बजाय विन्रमता पूर्ण मेहमानों के आदर सत्कार के साथ राममय का माहौल पैदा करेंगे। कुछ ऐसा की पाठ हाईवे के किनारे स्थित रेस्टोरेंट, ढाबा व पेट्रोल पंप के साथ अस्पताल के कर्मचारियों को पढ़ाया जा रहा है।

एडीजी जोन लखनऊ पीयूष मोर्डिया पहले ही जिले में आकर विनम्रता का पाठ पढ़ा चुके है। अब इसी तर्ज पर शुक्रवार को एसपी ने पीआरवी के जवानों व हाईवे के किनारे स्थित थानों के पुलिस कर्मियों को विन्रमता का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहाकि श्रद्वालुओं के साथ उच्च कोटि का सेवा भाव प्रदर्शित करते हुए हर संभव सहायता करें। ताकि पुलिस के प्रति लोगों का नजरिया बदले। 

पुलिस की इमेज के प्रति लोग का नजरिया जाे है। उसमें बदलाव दिखे इसको लेकर पुलिस कर्मियों को विन्रमता का पाठ पढ़ाया जा रहा है। लगातार बैठक कर अयोध्या जाने वाले श्रद्वालुओं के प्रति पुलिस का व्यवहार कैसा हो। इसके बारे में बताया जा रहा है। बिना मद्​द मांगे ही पुलिस कर्मियों श्रद्वालुओं के पास पहुंचकर उनका सत्कार करे और हर संभव मद्​द करें। 

                                                                                                       सुमित त्रिपाठी, सीओ सदर

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