गरमपानी: कैंची में अतिक्रमण से खतरे में श्रद्धालुओं की जिंदगी
गरमपानी, अमृत विचार। देश विदेश से पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के आस्था के केंद्र में श्रद्धालुओं के लिए ही चलने तक को रास्ता नहीं है। अतिक्रमणकारियों के हाइवे के नजदीक तक पांव पसारने से श्रद्धालु जान जोखिम में डाल भारी यातायात के बीच हाइवे पर बचते बचाते बाबा नीम करौली के धाम पहुंच रहे हैं।
आस्था के केंद्र में अव्यवस्थाएं हावी होने से जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। एनएच के अधिशासी अभियंता सुनील कुमार के अनुसार विशेष टीम गठित कर निरीक्षण करवाया जाएगा। अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर स्थित सुप्रसिद्ध कैंची धाम लाखों करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। रोजाना हजारों श्रद्धालु बाबा नीम करौली के दर पर मत्था टेकने पहुंचते हैं। सरकार भी धाम में व्यवस्थाएं चाक चौबंद करने में जुटी है। कई महत्वपूर्ण योजनाएं भी तैयार की जा रही हैं। बकायदा केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी मंदिर माला मिशन योजना से भी धाम को जोड़ा गया है।
बावजूद बाबा के धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की जिंदगी बाजार क्षेत्र में जोखिम में पड़ जा रही है। अतिक्रमण के पांव पसारने से श्रद्धालुओं के लिए पैदल चलने तक के लिए जगह शेष नहीं बची है। छोटे छोटे बच्चे, बुजुर्ग श्रद्धालुओं को जान जोखिम में डाल यातायात के बीच हाइवे पर चलना मजबूरी बन चुका है, जिससे दुर्घटना का खतरा बढ़ता ही जा रहा है।
भीड़ बढ़ने पर हालात और विकट हो जा रहे है। आलम यह है की कई दुकानदार हाइवे तक कब्जाए बैठे हैं। दुकानों का सामान फैलाकर हाइवे को निगलने की तैयारी की जा रही है। बढ़ते अतिक्रमण से हाइवे भी सिकुड़ता जा रहा है जिससे जाम भी एक बड़ी समस्या बनकर सामने आ रही है।
लगातार अतिक्रमण के बढ़ने के बावजूद जिम्मेदार अनदेखी पर आमादा है जिससे कभी भी बड़ा हादसा सामने आने का अंदेशा भी बना हुआ है। एनएच के अधिशासी अभियंता सुनील कुमार के अनुसार जल्द विशेष टीम का गठन कर निरीक्षण करवाया जाएगा। रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।