पीलीभीत: 15 दिन में पॉश कॉलोनी की बदली सूरत, 100 मीटर में खोद दिए पांच गहरे गड्ढे, फंस गई एंबुलेंस..राहगीर बोले- ये कैसे इंतजाम!
पीलीभीत, अमृत विचार। अमृत योजना के तहत बिछाई गई पेयजल लाइन शहरवासियों के मुसीबत का सबब बनी हुई हैं। लीकेज की समस्या तो कहीं सप्लाई न मिलने से हाल बेहाल है। 15 दिन के भीतर पॉश अशोक कॉलोनी में एक-एक कर पांच स्थानों पर जेसीबी से खुदाई कर गड्ढे कर दिए गए।
एक-दो गड्ढों को खुदाई में निकली डालकर ही छोड़ दिया गया, जोकि लगतार राहगीरों और कॉलोनीवासियों की मुसीबत बन गए हैं। गड्ढा खोदने के बाद उसे ठीक से बंद तक नहीं किया जा रहा। गड्ढों की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन लीकेज अभी भी नहीं मिल सका है। शनिवार को जेसीबी से एक और बड़ा गड्ढा खोदा गया। देर रात तक काम चला और फिर असफल होकर टीम बेतरतीब तरीके से मिट्टी से गड्ढा पाटकर चली गई। इसका खामियाजा रविवार को देखने को मिला।

मार्ग से गुजर रही एक एंबुलेंस का पाहिया मिट्टी के ऊपर गया और एक तरफ से एंबुलेंस गड्डे में धंस गई। गनीमत रही कि एंबुलेंस में न तो मरीज था न ही कोई चालक के सिवा अन्य कोई। कुछ ही देर में मौके पर भीड़ जमा हो गई। लोगों ने फंसी एंबुलेंस को निकालने का प्रयास किया लेकिन वह और धंसती चली गई। फिर दूसरी एंबुलेंस की व्यवस्था चालक ने की और लोगों की मदद से रस्सी लगाकर बमुश्किल डेढ़ घंटे बाद फंसी एंबुलेंस को निकाला जा सका।
सुधार छोड़िए एक और लीकेज कर डाला
अशोक कॉलोनी में 15 दिन पहले जब लीकेज ठीक करने के लिए पहला गड्ढा खोदने टीम पहुंची थी तो कहा था कि गैस लाइन बिछाने वालों ने लापरवाही से खुदाई करते वक्त पानी की पाइप लाइन को डेमैज कर दिया है। फिर गड्ढे खुले छोड़ दिए गए और ये कहा गया कि कुछ उपकरण मंगाए गए हैं। जल्द सुधार हो जाएगा। मगर अभी तक लीकेज ही नहीं ढूंढ मिला है। कॉलोनीवासियों का कहना है कि समस्या बढ़ती जा रही है। सुधार के नाम पर सिर्फ गड्ढों की संख्या बढ़ी है। शनिवार रात को की गई खुदाई के बाद एक नई जगह से पानी लीकेज होने से सड़क पर गंदगी भी फैलने लगी है।
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