लखीमपुर-खीरी: दिसंबर से जनवरी में सबसे ज्यादा हुई धान खरीद, किसानों को 395.36 करोड़ रुपये का भुगतान
लखीमपुर खीरी, अमृत विचारः सरकारी धान खरीद की समय अवधि 31 जनवरी 2024 को समाप्त होगी, जिससे क्रय एजेंसियों के क्रय केंद्र खुलेंगे। इस बार पांच क्रय एजेंसियों ने लक्ष्य 2.50 लाख मीट्रिक टन के सापेक्ष 1,81,111.81 मीट्रिक टन धान खरीदा है, जो कुल लक्ष्य का 72.44 प्रतिशत है। खास बात यह है कि ज्यादातर धान खरीद दिसंबर से जनवरी तक की गई है, जब क्रय केंद्रों पर सन्नाटा पसरा रहता है। छह दिसंबर 2023 तक इन्हीं पांचों एजेंसियों ने मिलकर लक्ष्य के सापेक्ष 35.40 प्रतिशत ही धान खरीदा था।
बता दें कि जनपद में किसानों का धान एमएसपी पर खरीदने के लिए पांच क्रय एजेंसियों ने कुल 169 क्रय केंद्र खोले हैं, जिसमें खाद्य एवं रसद विभाग की विपणन शाखा ने 38 क्रय केंद्र, पीसीएफ ने 64 क्रय केंद्र, पीसीयू ने 50 क्रय केंद्र, यूपीएसएस ने 13 क्रय केंद्र और एफसीआई ने चार क्रय केंद्र शामिल हैं।
इन क्रय एजेंसियों ने तीन अक्तूबर 2023 से धान क्रय केंद्र खोले थे, जिसके बाद अक्तूबर में बमुश्किल सभी एजेंसियों द्वारा 784 किसानों से 6043 मीट्रिक टन धान खरीदा गया था। जबकि इस समय धान की आवक सबसे अधिक हो रही थी। इसके बाद नवंबर में 17 नवंबर से धान खरीदने में तेजी दिखाई, जिससे करीब 4300 किसानों से 35,335.609 मीट्रिक टन धान खरीदा गया।
यह हाल तब था जब ज्यादातर किसानों द्वारा अपना धान व्यापारियों व राइस मिलर्स के हाथ औने-पौने दामों पर बेच दिया गया था। दिसंबर में एक-दो वास्तविक किसान ही क्रय केंद्रों पर पहुंचे, लेकिन क्रय एजेंसियों ने प्रतिदिन सैकड़ों किसानों से धान खरीदकर लक्ष्य को हासिल करने के लिए कदमताल तेज की। छह दिसंबर तक 35.40 प्रतिशत धान खरीद हुई थी, जिसके बाद क्रय एजेंसियों ने न जाने कौन से किसानों का धान खरीदकर आंकड़े दोगुने कर दिए।
हालांकि धान खरीद से अधिकारियों की माने तो सारी धान खरीद पारदर्शी तरीके से वास्तविक किसानों से हुई है। जबकि विभागीय सूत्र बताते हैं कि राइस मिलर और क्रय एजेंसियों के गठजोड़ से धान खरीद के आंकड़े अंतिम माह के दौरान तेजी से बढ़ाए गए हैं, जबकि किसान धान लेकर क्रय केंद्रों पर गए ही नहीं। हालांकि क्रय केंद्रों पर 20381 किसानों से धान खरीदकर तीन अरब 95 करोड़ 36 लाख 70,025 रूपये भुगतान किया गया है। अभी आंकड़ों में और वृद्धि देखने को मिलेगी, क्योंकि 29510 किसानों द्वारा पंजीकरण कराया जा चुका है। इसमें से 26552 किसान धान बेचने के लिए पात्र पाए गए हैं।
क्रय एजेंसीवार धान खरीद के आंकड़े ( दिसंबर तक, मीट्रिक टन में)
एजेंसी खरीद किसान
विपणन शाखा 84821.100 9501
पीसीएफ 45317.816 5171
पीसीयू 41433.080 4618
यूपीएसएस 9350.250 1050
एफसीआई 189.520 41
सरकारी धान खरीद 31 जनवरी 2024 तक जारी रहेगी। इस दौरान जो भी किसान अपना धान बेचना चाहते हैं, वो आनलाइन पंजीकरण करा लें। सभी क्रय एजेंसियों को वास्तविक किसानों से ही धान खरीद करने के कड़े निर्देश दिए गए हैं। गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी--- संजय कुमार सिंह, एडीएम (जिला खरीद अधिकारी)।
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