ATS-STF के लिए चुनौती भरे 3 दिन: 12 जिलों के 120 संदिग्धों पर कड़ी नजर, प्रतिबंधित PFI पर खास निशाना

Amrit Vichar Network
Published By Ravi Shankar Gupta
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अमृत  विचार लखनऊ। अयोध्या मंदिर में 22 जनवरी को रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है। प्रदेश के अलग-अलग जनपदों में जहां यूपी पुलिस अलर्ट है वहीं दूसरी ओर एटीएस और एसटीएफ की भी टीमें सक्रिय हैं। इसमें सबसे ज्यादा पूर्वाचंल के जिलों में टीमें ध्यान दे रही हैं। प्रदेश के 12 जिलों के 120 से ज्यादा संदिग्धों की सूची भी तैयार की गई है। अधिकारियों के मुताबिक ये सभी लोग  पहले प्रतिबंधित संगठन सिमी से जुड़े थे और बाद में उनका झुकाव पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की ओर हो गया। 

ये तीन तारीखें एटीएस और एसटीएफ के लिए चुनौती
  • - 22 अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा
  • -24 जनवरी को उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस 
  • - 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के चलते सुरक्षा बढ़ी  
प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े लोगों की सूची तैयार

एटीएस व एसटीएफ ने संयुक्त रूप से प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े रहे लोगों की सूची तैयार की है। हालांकि ये सूची अभी सार्वजनिक नहीं की गई है। लेकिन ऐसे लोगों को संरक्षण देने वालों, जमानतदारों और अन्य तरीके से मदद पहुंचाने वालों का सत्यापन कराने का भी आदेश दिया गया है। इसी वजह से गोपनीय तरीके से स्थानीय पुलिस और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट के स्तर से ऐसे लोगों का सत्यापन कर उनकी मौजूदा स्थिति की रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म की हाई लेवल मॉनिटरिंग की जा रही है। 

एलआईयू भी कर रही निगरानी

अयोध्या में सुरक्षा को देखते हुए सभी थाना क्षेत्रों में तैनात एलआईयू को भी अलर्ट  किया गया है। फील्ड में तैनात एलआईयू के लोगों को हर इनपुट पर नजर रखने के लिए गया है। एसटीएफ एडीजी अमिताभ यश का कहना है कि हम उन सभी की निगरानी कर रहे हैं जो लोग माहौल को खराब करने का प्रयास कर सकते हैं। वहीं एटीएस की ओर से भी सतर्कता बरती जा रही है।

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