कासगंज: अयोध्या में विराजे मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम, खुशियों से झूम उठा तुलसी का धाम
कोहरा छठा तो भगवा रंग से रंग गया धरती और आसमान, चहुंओर दिशा से सुनाई दी जय श्रीराम, जय श्रीराम, जय-जयश्रीराम
कासगंज, अमृत विचार। सोमवार का सूरज राम चरित मानस के रचियता एवं भगवान श्रीराम के अनन्य भक्त महाकवि तुलसीदास एवं श्रीवराह की धरा के लिए एक नया सवेरा लेकर उगा। पौं फटते ही चहुंदिशा से श्रीराम-जयराम-जय-जय सियाराम की गूंज सुनाई देने लगी।
अयोध्या के मंदिर में भगवान श्रीराम के विराजते ही तुलसी का धाम खुशियों से झूम उठा। मंदिरों में शंखनाथ हुआ। घंटे, घड़ियालों की गूंज से वातावरण भक्तिमय हो गया। हर कोई भगवान श्रीराम की भक्ति में लीन अपने अपने ढंग से उत्सव मना रहा था। शहर से लेकर कस्बों और गांवों तक सिर्फ श्रीराम की गूंज सुनाई दे रही थी। लगभग एक हप्ता बाद कोहरा छठा तो धरती से लेकर आसमान तक भगवा रंग से ढक गया। आयोजनों की धूम देर-रात चलती रही।

अयोध्या धाम होने वाले कार्यक्रमों को लेकर लगभग दो माह के लंबे समय से जिले में भी हिंदूवादी संगनठनों द्वारा तैयारिया की जा रही हैं। आमजन राम लला की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन को लेकर उत्साहित था। सोमवार को जिले में हुए तमाम कार्यक्रम एवं साज-सज्जा लोगों के उत्साह की गवाही दे रहे थे। सुबह से ही सड़कों पर बड़े,बूढ़े, बच्चे रामनामी भगवा पताका लिए श्रीराम के उद्घोष करते उत्साह से लवलेश थे। आसमान से ज्यों ज्यों कोहरा छठा और सूर्य की पौं फटी तो उत्साह सातवें आसमान पर पहुंच गया।
कई दिनों बाद ऐसा हुआ कि मौसम में बड़ा बदलाव दिखाई दिया। सुबह होते ही आसमान साफ हो गया और बादलों से सूर्यदेव झांके तो अपनी रोशनी बिखेरी। शहर के अलावा तीर्थ नगरी सोरों, कस्बा पटियाली, कस्बा गंजडुंडवारा, अमांपुर, सहावर, सिढ़पुरा, मोहनपुर, ढोलना, नदरई, न्यौली सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी गली कूंचे बाजार, मुहल्ले जयश्रीराम की जयघोष से गूंज रहे थे। साज-सज्जा और आयेाजनों की धूम के बीच सब कुछ राममय हो गया। भोर की पहली किरण के साथ शुरू हुआ श्रीराम का जयउद्घोष देर रात तक जारी रहा।
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सैकड़ों स्थानों पर लगे भंडारे, बांटा गया प्रसाद
जिले भर में भंडारे के आयोजन को लेकर पहले से ही तैयारियां थी। शहर में लगभग 70 से अधिक स्थानों पर भंडारे लगाए गए। जबकि जिले भर में 200 से अधिक भंडारे हुए। भंडारों में कहीं हलवा, पूड़ी, कहीं खीर पूड़ी तो कहीं पूड़ी सब्जी का प्रसाद वितरित किया गया। चाय की स्टालें लगी। जिन पर श्रद्धालुओं को पकौड़े भी प्रसाद के रूप में दिए जा रहे थे। कहीं दूध तो कहीं बिस्कुट का वितरण किया गया। शहर की सोरों गेट्र बिलराम, गेट, नदरई गेट, एवं सहावर गेट पुलिस चौकी पर पुलिस के सहयोग से प्रसाद वितरित किया गया।
व्यापर मंडल ने शगुन वाटिका में भंडारा आयेाजित किया। भारत विकास परिषद द्वारा नदरई गेट पर भंडारा आयेाजित किया। समाजसेवियों द्वारा मिशन चौराहा, बालाजी मंदिर, बिड़ला हॉस्पिटल, गांधी मूर्ति, शीतला माता मंदिर, बारहद्वारी, प्राचनी हनुमान मंदिर, सहावर गेट स्थित राधाकृष्ण मंदिर, बिलराम गेट स्थित हनुमान मंदिर, चामुंडा रानी मंदिर सहित जिले के 270 स्थानों पर भंडारे लगाए गए। भंडारे में प्रसाद के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही।
लघु उद्योग भारती, स्वयं सेवकों ने किया महाआरती का आयोजन
लघु उद्योग भारती, स्वयं सेवकों द्वारा शहर के गांधी मूर्ति पर भगवान श्रीराम की महाआरती का आयोजन किया गया। सुबह से ही लद्यु उद्योग भारती के पदाधिकारियों, स्वयं सेवकों एवं हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं तथा रामभक्तों का जमावड़ा शुरू हो गया। उद्योग भारती के पदाधिकारी रामभक्तों को रामनामी पटुका पहनाकर एवं तिलक चंदन कर उनका अभिनंदन कर रहे थे।

कछला गंगा घाट से आए पुरोहितों ने भगवान श्रीराम की आरती उतारी। आयोजन के दौरान भगवान श्रीराम की जय-जयकार से वातारवरण भक्तिमय हुआ। उमाशंकर शर्मा, एमएलसी रजनीकांत माहेश्वरी, सुधीर शर्मा, मुकेश शर्मा, नवीन अग्रवाल एडवोकेट, नीरज शर्मा, मनोज सिंघल, अमलेंदु शर्मा, मनीष अग्रवाल, अनूप गुप्ता, दीपक मेहरा, पंकज अग्रवाल, राकेश अग्रवाल, राकेश माहेश्वरी, विकास गुप्ता मौजूद रहे।
251 मंदिरों पर हुई विशेष साज-सज्जा
अयोध्या धाम के आयोजन को लेकर जिले भर में उत्साहित रामभक्तों ने शहर के प्रमुख मंदिरों के अलावा जिले भर में 251 मंदिरों पर विशेष साज-सज्जा की गई। मंदिरों को फूलों की लड़ियों एवं विद्युत झालरों से सजाकर भव्यता प्रदान की गई थी। केसारिया गुब्बारे मंदिरों में सजावट में चार चांद लगा रहे थे। शहर और कस्बों के सभी प्रमुख बाजारों में केसरिया रंग छाया रहा।
शहर के बिलराम, गेट, सोरों गेट, सहावर गेट, नदरई गेट के अलावा शहर के उप बाजार, रेलवे रोड, माल गोदाम रोड, गली मीना मार्केट, मुहल्ला नवाब, लक्ष्मीगंज, नावल्टी रोड को भी भव्यता के साथ सजाया गया था। केसरिया झंडे, राम नामी पटुका, गुब्बारे, विद्युत चलित झालरें एवं फूलों की लडियों से सजे बाजार दुल्हान नजर आ रहे थे। शहर के अलावा तीर्थ नगरी सोरों, गंजडुंडवारा, अमांपुर, सहावर, पटियाली, सिढ़पुरा, मोहनपुर, ढोलना, नदरई, मोहनपुरा सहित सभी कस्बे साज-सज्जा में शहर से पीछे नहीं थे।
प्रमुख मंदिरों एवं सार्वजनिक स्थलों पर अयोध्या के कार्यक्रम का दिखाया लाइव प्रसारण
अयोध्या धाम के लाइव प्रसारण के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी। शहर में लगभग एक दर्जन से अधिक और जिले में लगभग 111 स्थानों पर एलईडी लगाकर कार्यक्रम का लाइव प्रसारण दिखाया गया। अपने आराध्य श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का लाइव देखने के लिए प्रसारण स्थलों पर रामभक्तों की भीड़ लगी रही।

गांधी मूर्ति पर उद्योग भारती द्वारा दिखाए गए लाइव प्रसारण कार्यक्रम रामभक्तों के बैठने की विशेष व्यवस्था की गई थी। शहर के बस स्टैंड के सामने अजय एडवाइटाइजिंग कंपनी द्वारा एलईडी के माध्यम से अयोध्या धाम का लाइव प्रसारण दिखाया गया। यह प्रसारण इसलिए महत्वपूर्ण था कि क्योंकि यात्रा में चल रहे बाहरी यात्रियों ने भी बस स्टैंड पर रूक कर लाइव प्रसारण देखा और खुशी के इस पल के गवाह बने। कस्बों में भी लाइव प्रसारण देखने के लिए प्रमुख स्थानों पर एलईडी लगाई गई थी। इन पर सुबह से ही अयोध्या से लाइव प्रसारण दिखाया जा रहा था। कई स्थानों पर लाइव प्रसारण के दौरान चाय भी वितरित की गई।
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