यह कैसा घोटाला: गबन उजागर, रिकवरी का आदेश, लेकिन सस्पेंड कोई नहीं

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Published By Vishal Singh
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किसी के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई पर भी नहीं हुआ विचार, हैंड पंप रिबोर में हुआ दस लाख का घोटाला

श्याम मिश्र/शाहजहांपुर, अमृत विचार। जिले में अजीबोगरीब हैंड पंप रिबोर घोटाला सामने आया है। जिसमें गबन उजागर हो गया। 30 से ज्यादा सचिव, जेई व ग्राम प्रधान को गबन किए गए पैसे की रिकवरी का नोटिस भी जारी कर दिया गया, लेकिन निलंबन किसी का नहीं हुआ और न ही कोई कानूनी कार्रवाई पर विचार किया गया। प्रशासन का यह महरबानीपूर्ण रवैया जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। सवाल उठाए जा रहे हैं कि इसी तरह की कार्यप्रणाली सरकारी विकास कार्यों में भ्रष्टाचार को बल देती है। 

दरअसल हैंडपंपों के रिबोर में गड़बड़ी की शिकायत पर डीएम उमेश प्रताप सिंह ने बंडा, पुवायां और खुटार ब्लॉक क्षेत्र के गांवों में जांच के लिए टीमें गठित की थीं। बंडा ब्लॉक क्षेत्र के लिए अतिरिक्त मजिस्ट्रेट दुर्गेश यादव के नेतृत्व में वित्त एवं लेखाधिकारी विभा यादव, जल निगम निर्माण खंड के अधिशासी अभियंता सुनील कुमार यादव को जांच का जिम्मा सौंपा गया था। टीम ने जांच रिपोर्ट दी थी कि बंडा के बीडीओ कार्यालय से मात्र 64 से रिबोर 

हैंडपंपों की सूची उपलब्ध
कराई गई, जिनमें 27 हैंडपंपों के रिबोर होने की पुष्टि नहीं हो सकी। 64 से अधिक हैंडपंपों का रिबोर भुगतान होना पाया गया। सभी फर्मों का भुगतान 12 से 18 प्रतिशत जीएसटी सहित किया गया है, लेकिन फर्मों ने जीएसटी जमा की या नहीं, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। अधिकारियों ने बताया कि गांव लुहिचा में देवसरन के घर में लगे हैंडपंप, तिहार ऐंजनपुर में बंटू के दरवाजे पर, गांव उदरा टिकरी में प्रधान और कोटेदार के घर के पास लगे हैंडपंप रिबोर बताए गए थे। 

टीम को यह सभी हैंडपंप घरों के अंदर लगे मिले थे। गांव तिहार ऐंजनपुर में झब्बू के घर के पास और देवकली में केडी स्कूल में हैंडपंप लगा नहीं मिला था। दोनों हैंडपंप रिबोर दर्शाए गए थे। मामले में 20 प्रधानों के अलावा सचिव से भी वसूली की जाएगी। 20 प्रधानों से तीन लाख 67 हजार 586 रुपये वसूले जाएंगे। वहीं इन ग्राम पंचायतों के सचिव से तीन लाख 86 हजार 356 रुपये की रिकवरी होगी। 

इन ग्राम पंचायतों में हैंडपंप की रिबोरिंग का काम देख रहे तीन अवर अभियंताओं से तीन लाख 12 हजार 428 रुपये की वसूली की जाएगी। इनमें से जेई विजेंद्र कुमार और राकेश कौशिक सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इनके अलावा जेई देवेंद्र सिंह से भी रिकवरी होगी।

इन ग्राम पंचायतों में गबन की हुई पुष्टि
गबन के संबंध में की गई जांच रिपोर्ट के हवाले से अधिकारियों ने बताया कि पुवायां ब्लॉक के वितौनी, नत्थापुर, भटियुरा बुजुर्ग, बंडा ब्लॉक के बनिगवां, पिपरिया हरिश्चंद्र, चरखी देवरी, मझिगई, बरगदा, ढकाघनश्याम, पट्टी छज्जूपुर, मुड़िया छावन, तिहरा ऐजनपुर, देवकली, उदरा टिकरी, मकसूदापुर, चिकटिया, नरेंद्रपुर मोहद्दीन, कुलुमजुझारपुर, बंडी, अख्त्यारपुर धौकल ग्राम पंचायत शामिल हैं। 

हैंडपंपों को खोलकर जांच करने पर टीम ने पाया था कि माप पुस्तिका पर दर्शाई गई गहराई अधिक है, स्थलीय निरीक्षण में बोरिंग कम मिली। माप पुस्तिका पर पीवीसी पाइप बोरिंग से अधिक लिखे हैं। माप पुस्तिका पर पांच-छह नग जीआई पाइप लिए गए हैं, जबकि मौके पर पुराने जीआई पाइप लगे पाए गए। इसके अलावा भी कई गड़बड़ी थीं।

जांच में हैंडपंप रिबोर के मामले में गड़बड़ी मिली है। जिसके बाद सभी संबंधित सचिव, जूनियर इंजीनियर और ग्राम प्रधानों को धनराशि वसूली के लिए नोटिस भेजा गया है। सभी से स्पष्टिकरण भी मांगा गया है। - एसबी सिंह, सीडीओ।

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