कानपुर में मंगलामुखी किन्नरों ने थामा भाजपा का दामन, बधाई नेग के साथ ही मोदी के लिए मांगेंगे वोट...
शबनम मौसी, कमला बुआ, आशा यादव की राह पर मन्नत मां
कानपुर, महेश शर्मा। अखिल भारत हिन्दू किन्नर महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मंगलामुखी किन्नर मन्नत मां ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में ट्रांसजेंडर प्रोटेक्शन एक्ट बनने के बाद किन्नरों ने भाजपा की तरफ रुख किया है। मन्नत मां कहती हैं कि मोदी-योगी ने देश और हमारे समाज के लिए काफी योगदान दिया है। उनके लिए दुआ मांगते जुबान नहीं थकती। मन्नत की अगुवायी में मंगलामुखी किन्नरों के समूह ने सोमवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। हमारी दुआ और प्रयास से तीसरी बार नरेंद्र मोदी जी को प्रधानमंत्री की कुरसी जरूर मिलेगी। उनका विश्वास है कि उनकी दुआओं का असर चुनाव परिणाम में दिखेगा (यह कह कर नारा लगाती हैं, 'अबकी बार 400 पार' )।
हालांकि शहर के एक हिस्से ने काजल किरन को 2007 में पार्षद चुना था। उस दौरान तत्कालीन मेयर रवींद्र पाटनी काजल के पांव छूकर आशीर्वाद लिया करते थे। किन्नरों को अपना प्रतिनिधि चुनने में कानपुर ने गुरेज नहीं किया। सपा की नेता काजल सेन पश्चिमपारा गांव की प्रधान हैं। सोशल वर्कर डा. वीएन पाल ने सबसे पहले किन्नरों को चुनावी राजनीति में उतारा था। तब डाली पंडित, रामकली, पायल, पउवागुरू आदि ने विधानसभा चुनाव लड़े थे।
अब मंगलामुखी मन्नत सक्रिय राजनीति में हैं। उनका कहना है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में किन्नरों को सम्मान मिला है। योगी जी ने तो उत्तर प्रदेश किन्नर बोर्ड गठित हमारी सुधि ली है। वह कहती हैं कि भाजपा सरकार में हम किन्नरों को मौलिक अधिकार दिए जाने का सिलसिला शुरू हुआ है। अब तक किसी भी सरकार ने किन्नरों के लिए कुछ नहीं किया। मोदी सरकार ने किन्नरों को जो सम्मान दिया है वह तो पिछली सरकारों ने सोचा भी नहीं था।
उन्होंने कहा कि मोदी व योगी सरकार में किन्नर भी विभिन्न योजनाओं का लाभ लेकर विकास की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं। हमें ट्रांसजेंडर कार्ड भी दिया जाने लगा है। मुख्य धारा से जुड़ने का यह एक अच्छा अवसर है। योगी महाराज सबकी बात सुनते हैं। उनके निर्देश पर ट्रांसजेंडर कार्ड भी जारी किए जाने लगे हैं। यह कार्ड हमें प्राप्त होने वाली सुविधाओं का माध्यम है। यह जीवन में बदलाव का कारण है। नेग मांगना हमारा पेशा है। इसमें रहते हुए हम तरक्की कर रहे हैं।
मन्नत संग किन्नरों के समूह ने ली भाजपा की सदस्यता
अखिल भारत हिंदू किन्नर महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मन्नत मां के साथ किन्नरों के समूह ने शास्त्रीनगर में हुए कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के अध्यक्ष प्रकाश पाल, सांसद सत्यदेव पचौरी, उत्तर जिलाध्यक्ष दीपू पांडे, उपाध्यक्ष जगदीश तिवारी, मंडल अध्यक्ष वात्स्येय त्रिपाठी आदि लोग उपस्थित थे। मन्नत मां संग सदस्यता लेने वाले किन्नरों में मंजू कपूर मां, नेहा तिवारी मां, मारूति, तमन्ना, रुही, सारिका, निहारिका, वैशाली, अनीता, प्रीत, रिंकी, बेवो, दिव्या, मनीषा, रवीना, मुस्कान, नंदिनी, रौनक, मनोरमा, शिवांगी, मुन्नी, गरिमा, मोहित, मालती, सोनू, मोहिनी, प्रिंसी, सीता, नेहा, पलक, बेटी, पलक और शिवानी आदि प्रमुख रूप से रहे।
47 साल बाद मिला था मताधिकार
साल 1994 था, जब किन्नर वर्ग को लोकतंत्र का हिस्सेदार बनाया गया। इसके तहत इन्हें मतदान का अधिकार मिला जिसके बाद से इस वर्ग की लोकतंत्र में भागीदारी सुनिश्चित की गई। अब तो और भी लोग सक्रिय हो रहे हैं।
लोगों ने किन्नर आशा, कमला बुआ मेयर चुना था
वर्ष 2001 के निकाय चुनाव में मेयर की सीट महिला के आरक्षित थी। उस समय प्रदेश सरकार में गोरखपुर में कई मंत्री होने के बावजूद शहर का विकास अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं हुआ था। इससे जनता नाराज थी। ऐसे में लोगों को किन्नर आशा देवी उर्फ अमरनाथ यादव में आशा की किरण नजर आई। आशा यादव का निधन 2013 में हो गया था। इसी तरह 2009 में किन्नर कमला बुआ को जनता ने सागर का मेयर चुना। उनका भी निधन हो चुका है।
विधायक बनीं थी शबनम मौसी
देश की पहली किन्नर विधायक शबनम मौसी ने साल 2000 में मध्यप्रदेश के शहडोल जिले की सोहागपुर सीट से उपचुनाव जीता था, जो तत्कालीन कांग्रेस विधायक कृष्णपाल सिंह की मृत्यु के बाद खाली हुई थी। उन्होंने भाजपा के लल्लू सिंह को हराया था।
