Karauli Sarkar: माघी पूर्णिमा पर करौली शंकर महादेव बोले- श्रीकृष्ण हम सबके रोल मॉडल हैं
कानपुर, अमृत विचार। भगवान श्रीकृष्ण हम सबके रोल मॉडल हैं। लेकिन उन्हें बदनाम किया गया। श्री कृष्ण को सिर्फ रास रचाने वाला बताया गया। प्रभु को बदनाम करने के लिए पुराणों में कहीं अलग से पन्ने जोड़े गए तो कहीं फाड़े गए हैं। जो कुछ राधा रानी और कृष्ण के बारे में लिखा गया है उनको हम अपने बच्चों को पढ़ा भी नहीं सकते।

यह दुर्भाग्यपूर्ण है। ये बातें करौली शंकर महादेव ने करौली शंकर धाम में माघी पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित गुरु दीक्षा उत्सव में कहीं। इस अवसर पर गोल्डन बाबा भी पहुंचे और करोली शंकर से मिलकर भक्तों को संबोधित किया।

करोली शंकर ने कहा कि भगवान शिष्य के शिष्य सिर्फ भगवान परशुराम हैं। दूसरा कोई शिष्य नहीं है। परशुराम जी सतयुग, त्रेता, द्वापर सभी युगों में रहे। वे चिरंजीवी हैं। आश्रम उनका भव्य मंदिर बनवाएगा। यदि कोई कहता है कि वह भगवान शिव का शिष्य है तो वह गलत कहता है। हम शिव के भक्त हो सकते हैं शिष्य नहीं। शिष्य बनने के लिए भगवान परशुराम बनना पड़ेगा।

कृष्ण को सुदर्शन चक्र देने वाले परशुराम जी ही हैं। उनकी पूजा तो हर घर में होनी चाहिए। चारों पहर उनका पूजन होना चाहिए, लेकिन लोग सिर्फ उनकी जयंती पर ही उनका पूजन करते हैं। जहां शिष्य नहीं वहां गुरु नहीं। इसलिए जहां शिव हैं वहां परशुराम जी की मूर्ति अवश्य होनी चाहिए।
रोग मुक्त व शोक मुक्त भारत के लिए दंडवत यात्रा कल से
करौली शंकर महादेव धाम करौली की ओर से मंगलवार को सरसैया घाट से पूर्वज मुक्ति व रोग मुक्त, शोक मुक्त भारत की कामना के साथ दंडवत यात्रा निकलेगी। इससे पहले सोमवार को करौली आश्रम से पदयात्रा निकलेगी जो सरसैया घाट पहुंचेगी।

वहां श्रद्धालु गंगा स्नान करेंगे औ पूर्वजों की मुक्ति की कामना करेंगे। मंगलवार को करौली शंकर महादेव के सानिध्य में रुद्राभिषेक किया जाएगा। श्रद्धालु गंगा स्नान के बाद दीप दान करेंगे। इसके बाद दंडवत यात्रा शुरू हो जाएगी। चार दिन में करौली शंकर आश्रम यात्रा पहुंचगी।
ये भी पढ़ें- Etawah News: पुलिस-बदमाशों के बीच मुठभेड़…एक के पैर में लगी गोली, एक अन्य गिरफ्तार, तीन फरार
