सुलतानपुर: GOOD NEWS!, जिले में खुला साइबर थाना, अब आनलाइन ठगों पर अंकुश लगाना होगा आसान!
पुलिस लाइन में खुले साइबर थाने का डीएम, एसपी व जनप्रतिनिधियों ने किया उद्घाटन
सुलतानपुर, अमृत विचार। बढ़ते साइबर क्राइम के मामलों में अब त्वरित कार्रवाई होगी। इसके लिए जिले में साइबर थाना खुल गया है। बुधवार को पुलिस लाइन में ही बने साइबर थाने का जनप्रतिनिधियों, डीएम, एसपी ने उद्घाटन किया। साइबर थाने का प्रभार निरीक्षक प्रवीण कुमार यादव, सहायक प्रभारी जगदीश सिंह को बनाया गया है।
सीएम की वर्चुअल मीटिंग के दौरान एमएलसी शैलेंद्र प्रताप सिंह, अपना दल जिलाध्यक्ष अविनाश पटेल, डीएम कृत्तिका ज्योत्स्ना, एसपी सोमेन बर्मा, अपर पुलिस अधीक्षक अरुण चंद्र ने किया। दरअसल, अब इंटरनेट का युग है। जहां आनलाइन सिस्टम का लाभ है, वहीं अब आनलाइन ठगी के मामले बढ़ रहे हैं। साइबर क्रिमनल नए-नए तरीके से ठगी का तरीका इजाद कर रहे हैं। कभी लाटरी लगने का झांसा देकर, तो कभी ओटीपी हासिल कर खातों से रकम उड़ा रहे हैं।
किसी को क्रेडिट कार्ड बनवाने के नाम पर ठगा जा रहा है, तो किसी का कार्ड ब्लाक करने के नाम पर ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। इसके साथ ही मोबाइल में साफ्टवेयर इंस्टाल करा भी लोगों को ठगा जा रहा है। ऐसे मामले थानों व चौकियों में दर्ज होते हैं, लेकिन अधिकतर मामलों में पुलिस पता ही नहीं कर पाती थी।
साइबर ठगी को लेकर जारी है जनजागरुकता
पुलिस की ओर से साइबर ठगी से बचने के लिए समय-समय पर एडवाइजरी भी जारी की जाती है, क्योंकि जागरूकता से ही साइबर ठगी से बचा जा सकता है। अब आनलाइन शापिग, पासवर्ड भूलने पर उसे रिकवर करने के लिए, आधार कार्ड से लिक करने, सिम कार्ड अप़डेट, नया सिम कार्ड खरीदते समय आदि में ओटीपी की जरुरत पडती है। ऐसे में ओटीपी जानकर साइबर ठग रकम खाते से रकम उड़ाते हैं, क्योंकि मोबाइल नंबर खातों से लिंक हैं। इससे बचाव के लिए ओटीपी किसी अंजान व्यक्ति साथ शेयर न करें। यदि साइबर अपराध घटित हो जाता है तो राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 व साइबर कंप्लेंट पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।
आनलाइन, आफलाइन की जा सकती है शिकायत
एसपी ने बताया कि साइबर ठगी के शिकार आनलाइन, आफलाइन अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे। उनकी शिकायतों को प्रशिक्षित पुलिस टीम, टेक्निकल स्टाफ , तकनीकी सेल के पुलिस कर्मी अनुसंधान करंगे। आधुनिक तरीकों से साइबर फ्राड का खुलासा भी हो पायेगा। साइबर थाने को कंप्यूटर, आवश्यक हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराया गया है। साइबर थाने का प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कुमार यादव, सहायक प्रभारी जगदीश सिंह को बनाया गया है।
अस्थाई रूप से पुलिस लाइन में बनाया गया है साइबर थाना
अपर पुलिस अधीक्षक अरुण चंद्र ने बताया कि अभी अस्थाई रूप से पुलिस लाइन में साइबर थाना बनाया गया है। जमीन चिन्हित कर ली गई है, जल्द ही निर्माण शुरु होगा। साइबर थाने को आधुनिक संयंत्रों से विकसित किया गया है। निरीक्षक, उपनिरीक्षक के साथ टेक्निकल टीम साइबर ठगी के मामलों का खुलासा करेंगे>
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