Online RTE: आरटीई के तहत प्रवेश देने में हीलाहवाली करने वाले स्कूलों की होगी निगरानी; संवेदनशील स्कूलों की बनी सूची...
सोमवार से निजी स्कूलों में शुरू होगी प्रवेश प्रक्रिया
कानपुर, अमृत विचार। आरटीई (शिक्षा का अधिकार) के तहत छात्र-छात्राओं को प्रवेश दिए जाने के दौरान इस बार पहले से ही 81 स्कूलों को रडार पर रखा जा रहा है। यह वे स्कूल हैं जिन्होंने पिछले सत्र में प्रवेश को लेकर मनमानी की थी।
यही वजह है कि विभाग ने इस बार पहले चरण से ही इन स्कूलों पर कड़ाई किए जाने के आदेश खंड शिक्षा अधिकारियों को दे दिए गए हैं। आरटीई के तहत सोमवार से निजी स्कूलों में पहले चरण के प्रवेश लिए जाने शुरू हो जाएंगे। इस बीच पहली मार्च से दूसरे चरण के आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
आरटीई के तहत इस बार अभिभावकों की ओर से आने वाली शिकायतों को देखते हुए पहले से ही निजी स्कूलों को चिन्हित किया गया है। ये वे स्कूल हैं जिनकी प्रवेश में मनमानी के चलते पिछले कई सत्रों में अभिभावकों ने शिकायतें की थीं। विभाग की ओर से बनाई गई संवेदनशील स्कूलों की सूची खंड शिक्षा अधिकारियों को उपलब्ध करा दी गई है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी की ओर से खंड शिक्षा अधिकारियों को प्रवेश के लिए पत्रों को भेजे जाने से लेकर सभी बच्चों का प्रवेश कराए जाने तक हर सप्ताह प्रगति समीक्षा करनी होगी। बेसिक शिक्षा अधिकारी सुरजीत कुमार सिंह ने बताया कि शहर के ऐसे स्कूल जो पिछले कई सत्रों से प्रवेश में मनमानी कर रहे थे, इस बार उन पर शुरुआत से ही नजर रखी जाएगी। इन स्कूलों की शिकायत आने पर तुरंत ही निस्तारित कराया जाएगा। स्कूलों को लापरवाही करने का समय नहीं दिया जाएगा।
प्रशासन ने भी बनाई कमेटी
आरटीई के तहत प्रवेश में निजी स्कूलों की मनमानी रोकने के लिए जिला प्रशासन ने भी कमेटी बनाई है। यह कमेटी प्रवेश के लिए निजी स्कूलों पर शिकंजा कसने का काम करेगी। इस कमेटी में एडीएम सिटी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और सभी एसीएम को सदस्य बनाया गया है। यह निर्देश दिए जा चुके हैं कि पिछले शैक्षणिक सत्र की तरह इस बार निजी स्कूल किसी तरह की मनमानी नहीं बरत सकें।
सूची में शामिल प्रमुख स्कूल
सर पदमपत सिंहानिया स्कूल, केडीएमए, सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल, वीरेंद्र स्वरूप पब्लिक स्कूल, डीपीएस आजार नगर, शीलिंग हाउस पब्लिक स्कूल, हैडर्ड स्कूल, स्वराज इंडिया पब्लिक स्कूल, एस्कॉर्ट वर्ल्ड।
