बदायूं: विवेचना में सांठगांठ...सामूहिक दुष्कर्म के 3 आरोपियों को क्लीनचिट देकर निर्दोष को फंसाया, कोर्ट ने तलब किए आरोपी
कोर्ट में ट्रायल के दौरान उजागर हुआ विवेचक का खेल, कार्रवाई के लिए एसएसपी को लिखा पत्र
बदायूं, अमृत विचार। सामूहिक दुष्कर्म के एक मामले में विवेचक ने तीन आरोपियों से सांठगांठ करके क्लीनचिट दे दी और निर्दोष को फंसा दिया। उसके खिलाफ चार्जशीट लगा दी। ट्रायल के दौरान पीड़िता के बयान के बाद अपर जिला जज विशेष न्यायालय पॉक्सो कोर्ट के न्यायाधीश सौरभ सक्सेना ने एसएसपी को पत्र लिखकर विवेचक के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। साथ ही तीनों आरोपियों और निर्दोष युवक को 20 मार्च को हाजिर होने का आदेश दिया है।
जानकारी के अनुसार हजरतपुर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी नाबालिग लड़की के भाई ने तहरीर देकर बताया था कि उन्होंने अपनी बहन का रिश्ता जिला शाहजहांपुर क्षेत्र निवासी एक युवक से तय किया था। बालिग होने पर शादी करने की बात तय हुई थी। आरोप लगाया था कि 20 मई 2023 को उनकी बहन को गोलू सिंह, संतोष, बिजरानी, रंजीत, प्रशांत बहला फुसलाकर ले गए। 28 मई सुबह 6 बजे उसकी कस्बा बिनावर निवासी बहन के घर छोड़कर चले गए। कोर्ट में पीड़िता के 164 के बयान दर्ज हुए। जिसमें गोली, रंजीत व प्रशांत द्वारा उसके साथ दुष्कर्म की बात कही गई। पीड़िता के 161 के बयान भी हुए। इसमें भी उसने दुष्कर्म की बात कही।
विवेचक ने तीनों आरोपियों को क्लीनचिट और एक अन्य युवक के खिलाफ चार्जशीट लगा दी, जबकि पीड़िता उसके बारे में मना कर रही थी। सुनवाई के दौरान विवेचक की पोल खुल गई। एक तरफ विवेचक ने चार्जशीट दाखिल की वहीं वादी ने कोर्ट में विवेचक द्वारा आरोपियों को क्लीनचिट देने और बेगुनाह को फंसाने का प्रार्थना पत्र दिया। उस युवक को पीड़िता जानती भी नहीं है।
बताया जा रहा है कि विवेचक ने पीड़िता के फोटो के साथ बेगुनाह का फोटो एडिट करके उसे आरोपी बनाया था। विवेचक ने पीड़िता के खिलाफ धारा 182 की कार्रवाई अग्रसारित की। कोर्ट ने इस कार्रवाई को अविधिक मानते हुए नाराजगी जताई है। कोर्ट ने विवेचक के खिलाफ कार्रवाई के लिए एसएसपी को पत्र लिखा है।
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