Lok Sabha Election 2024: चुनाव में आज भी ब्रह्मास्त्र माने जाते हैं नारे, इतिहास देता है इनके महत्व की गवाही
चुनावी माहौल बनाने और बिगाड़ने में माने जाते हैं महत्वपूर्ण
श्याम मिश्र/शाहजहांपुर, अमृत विचार। लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। 67 साल में हर चुनाव में नारों के रंग व तेवर बदलते रहे। नारे भले ही हर चुनाव में बदलते रहे हों, लेकिन इनका महत्व नहीं बदला। वर्ष 1952 से लेकर 2024 तक चुनावी पार्टियों के नारों ने विचारधारा की लकीर खींची है। नारों की पतवार के सहारे कई बार प्रत्याशियों की चुनावी नैया भी पार हुई है।
बुद्धिजीवियों का कहना है कि चुनाव में नारे तो हमेशा दिल्ली से ही शुरू होते रहे हैं, लेकिन वह नारे जनता के दिल से कब जुड़ जाते हैं पता नहीं चलता है। कुछ नारे ऐसे होते हैं जो लोगों की जुवा पर चढ़ जाते हैं। वर्ष 1952 में कांग्रेस ने नारा दिया- खरो रुपया चांदी कौ, राज महात्मा गांधी कौ। इसके विरोध में कम्युनिस्ट पार्टी ने नारा दिया- देश की जनता भूखी है, यह आजादी झूठी है।
वर्ष 1957 में नारा लगा- जली झोपड़ी भागे बैल, यह देखो दीपक का खेल, जिस दीपक में तेल नहीं, सरकार बनाना खेल नहीं। वर्ष 1962 में नारा सामने आया कि जाटव, मुस्लिम नारे भाई-भाई, बाकी कौम...। समाजवादियों ने बांधी गांठ, पिछड़े पाओ 100 में से 60, सिंहासन खाली करो, जनता आती है। वर्ष 1967 में कांग्रेस ने नारा लगाया जय जवान जय किसान।
वर्ष 1971 में राजा-महाराजाओं का प्री पर्स खत्म, गरीबी हटाओ, नारा वजूद में आया। वर्ष 1977 में बेटा कार बनाएगा, मां सरकार बनाएगी, जमीन गर्क चकबंदी में, मकान ढह गया हदबंदी में, दरवाजे पर खड़ी औरतें, चिल्लाएं, मेरा मर्द गया नसबंदी में, का नारा लगा। वर्ष 1980 में इंदिरा जी की बात पर मुहर लगेगी हाथ पर, का नारा लगा।
वर्ष 1984 में जब तक सूरज चांद रहेगा, इंदिरा तेरा नाम रहेगा। उठे करोड़ों हाथ हैं, राजीव जी के साथ हैं... नारा खूब छाया। इसके बाद वर्ष 1996 में सबको देखा बारी-बारी, अबकी बार अटल बिहारी। महंगाई जो रोक न पाए, वो सरकार निकम्मी है, जो सरकार निकम्मी है, वो सरकार बदलनी है। वर्ष 2004 में शाइनिंग इंडिया, कांग्रेस का हाथ, आम आदमी के साथ, का नारा लगा।
वर्ष 2014 में हर जोश नहीं, युवा जोश, अबकी बार मोदी सरकार, अच्छे दिन आने वाले हैं, सबका साथ सबका विकास का नारा लगा। वर्ष 2019 में मोदी है तो मुमकिन है, अबकी बार मोदी सरकार, मोदी हटाओ, देश बचाओ, और अब होगा न्याय, आकाश से नेहरू करे पुकार, मत करो बेटी पर अत्याचार, का नारा अस्तित्व में आया। वर्ष 2024 में मोदी की गांरटी, हाथ बदलेगा हालात, फिर एक बार मोदी सरकार, तीसरी बार मोदी सरकार, अबकी पार 400 पार का नारा दिया गया है।
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