लखनऊ: सर्जरी से पहले तनाव हो सकता है घातक, एनेस्थीसिया रिफ्रेशर कोर्स में विशेषज्ञों ने दी सलाह
लखनऊ, अमृत विचार। सर्जरी से पहले कई मरीज तनाव ग्रस्त हो जाते हैं। यह तनाव मरीज के जीवन के लिए घातक हो सकता है। तनाव की वजह से मरीज की डायबिटीज और ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है जो सर्जरी के लिए उचित नहीं है। हालांकि तनाव दूर करने के लिए डॉक्टर मरीज को दवा देते हैं, लेकिन फिर भी मरीज को खुद से अपने ऊपर तनाव को हावी नहीं होने देना चाहिए। यह जानकारी डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के प्रोफेसर वीरेंद्र कुमार ने शनिवार को दी है। वह लोहिया संस्थान में आयोजित तीन दिवसीय एनेस्थीसिया रिफ्रेशर कोर्स के दौरान डॉक्टरों को संबोधित कर रहे थे।
प्रोफेसर वीरेंद्र कुमार ने बताया कि डायबिटीज और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखना बहुत जरूरी होता है। सर्जरी के दौरान विशेष तौर पर मॉनिटरिंग करनी होती है। डायबिटीज के मरीज की सर्जरी के दौरान शुगर कई बार ऊपर नीचे हो जाता है। जिससे दिक्कत हो सकती है। ऐसे में मरीज के ऊपर नजर बनाए रखना बहुत जरूरी होता है।
इस दौरान उन्होंने मेडिकल गाइडलाइन का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि इससे पहले सर्जरी के दौरान मरीज को ग्लूकोज युक्त पानी नहीं चढ़ाया जाता था, ऐसा माना जाता था कि इससे शुगर बढ़ सकती है लेकिन फिर इसमें संशोधन हुआ। अब मॉनिटरिंग के दौरान जरूरत पड़ने पर शुगर युक्त पानी चढ़ाया जाता है। उन्होंने बताया कि यदि बिना शुगर के पानी चढ़ाया जाएगा, तो मरीज का शुगर लेवल नीचे आने का भी खतरा रहता है।
उन्होंने बताया कि इस तीन दिवसीय रिफ्रेशर कोर्स में 120 एमडी एनेस्थीसिया के स्टूडेंट पहुंचे हैं और करीब 34 विशेषज्ञ इलाज की नवीन तकनीक बताने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से आए हैं।
उन्होंने बताया कि इस रिफ्रेशर कोर्स के दौरान एमडी एनेस्थीसिया के तीन वर्षीय पाठ्यक्रम को इन तीन दिनों में बताने का विशेषज्ञ काम कर रहे है। इस तीन दिवसीय एनेस्थीसिया रिफ्रेश कोर्स में पूरे देश से विशेषज्ञ और स्टूडेंट शामिल हुए। डॉ वीरेंद्र कुमार इस कोर्स के ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी है। इस दौरान विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर पीके दास भी उपस्थित रहे।
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