देहरादून: कम से कम सात दिन के लिए चारधाम यात्रा की योजना बनाएं - स्वास्थ्य विभाग

देहरादून: कम से कम सात दिन के लिए चारधाम यात्रा की योजना बनाएं - स्वास्थ्य विभाग

देहरादून, अमृत विचार। चारधाम यात्रा में आने वाले यात्रियों की यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने हिंदी, अंग्रेजी के साथ गुजराती, मराठी, तेलगू समेत नौ भाषाओं में मानक प्रचलन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार कर बाहरी राज्यों को भेज दी है। जिसमें यात्रा शुरू करने से पहले यात्रियों को स्वास्थ्य संबंधी दिशा-निर्देश दिए गए हैं।

 केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम उच्च हिमालयी क्षेत्र में है। जिनकी ऊंचाई समुद्र तल से 2700 मीटर अधिक है। इन क्षेत्रों में ठंड, कम आर्द्रता, अल्ट्रा वाइलेट रेडिएशन, हवा का कम दबाव से ऑक्सीजन की कमी के चलते स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है। स्वास्थ्य विभाग ने एसओपी में यात्रियों को सलाह दी कि कम से कम सात दिन के लिए चारधाम यात्रा की योजना बनाएं। 

केदारनाथ और यमुनोत्री धाम में पैदल चढ़ते समय प्रत्येक एक से दो घंटे के बाद 5 से 10 मिनट तक विश्राम करने की सलाह दी है। 11 भाषाओं में तैयार की गई यात्रा के लिए गर्म कपड़े, बारिश से बचाव के लिए रेनकोट, छाता, स्वास्थ्य जांच के लिए ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर साथ में रखने की सलाह दी है। हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, अस्थमा, मधुमेह से ग्रसित यात्रियों से अपनी जरूरी दवा और डॉक्टर का नंबर साथ रखने की सलाह दी है।