Heat wave: मरीजों के शरीर पर पानी का किया जाएगा स्प्रे, स्वास्थ्य विभाग ने सभी Hospitals को जारी किये निर्देश  

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Published By Jagat Mishra
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लखनऊ, अमृत विचार। इस समय राजधानी भीषण गर्मी की चपेट में है। तपिश से लोग बीमार पड़ रहे हैं। मौसम विभाग ने हीट वेव (लू) चलने की चेतावनी जारी की है। हीट वेव की चपेट में आये लोगों के इलाज के लिए सरकार की ओर से अस्पतालों को अलर्ट किया गया है। सभी अस्पतालो में कोल्ड वार्ड तैयार कर बेड आरक्षित किए गए हैं। इसके अलावा ऐसे मरीजों का इलाज से पहले उनके शरीर को पानी के स्प्रे से सामान्य किया जाएगा। यह व्यस्था पहली बार लागू की गई है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को निर्देश जारी किए गए हैं।
 
दरअसल, गर्मी का प्रकोप बढ़ने की वजह से अस्पतालों में डिहाइड्रेशन, उल्टी, दस्त, पेट मे ऐंठन और बुखार के मरीज बढ़ गए हैं। वहीं, हीट वेव की आशंका को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे मरीजों के शरीर पर पानी से स्प्रे करने की सलाह दी है। जिससे उसे जल्द सामान्य किया जा सके। इसके लिए अस्पतालों में स्प्रे बॉटल रखने को कहा गया है। इमरजेंसी में प्राथमिक इलाज के बाद बनाए गए कोल्ड वार्ड में रख कर इलाज किया जाएगा। डॉक्टरों का कहना है कि हीट वेव के मरीजों को तीर्व बुखार आता है। पूरे शरीर पर पानी के स्प्रे से जल्द आराम मिल जाएगा। सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि सभी अस्पतालों में स्प्रे को लेकर निर्देश दिए गए हैं।

अस्पतालों में बढ़े डायरिया और डिहाइड्रेशन के मरीज
गर्मी के कारण अस्पतालों में डायरिया और डिहाइड्रेशन के मरीज बढ़ गए हैं। लोकबंधु अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजीव दीक्षित ने बताया कि गर्मी की वजह से डायरिया और डिहाइड्रेशन के मरीज बढ़े हैं। ऐसे मरीजों में करीब 20 फीसदी का इजाफा हुआ है। इनमें सभी वर्ग के लोग हैं। वहीं,सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि 24 घंटे में करीब 40 मरीज डायरिया और डिहाइड्रेशन के लक्षणों वाले आएं। बलरामपुर अस्पताल में भी 24 घंटे में 80 से अधिक मरीज पहुंचे। इनमें से 32 मरीजों को भर्ती करना पड़ा। अस्पताल के निदेशक डॉ. पवन कुमार अरुण ने बताया कि अभी हीट वेव के कोई भी मरीज भर्ती नहीं हुआ है। डायरिया और डिहाइड्रेशन के मरीजों का इलाज करने के साथ ही मरीज और तीमारदारों को गर्मी के कारण होने वाली बीमारियों से बचाव को लेकर जागरूक भी किया जा रहा है।

गर्मी से अंगों को होता है नुकसान
एसजीपीजीआई के नेफ्रोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. नारायण प्रसाद गर्मी को लेकर बताते हैं कि ज्यादा पसीना आने से शरीर के अंदरूनी अंगों को नुकसान पहुंचता है। अधिक गर्मी से किडनी को भी नुकसान पहुंचता है। उन्होंने बताया यदि पसीना निकल रहा है तब थोड़ा एहतियात बरतना जरूरी होता है। शरीर के प्रमुख अंगों को काम करने के लिए पानी की कमी न आए। किडनी शरीर का वो अंग है, जहां से सबसे ज्यादा पानी निकलता है। यहां पर पानी सहित अन्य मिनरल्स का होना बेहद जरूरी है। इसकी कमी घातक साबित हो सकती है। इसके अलावा पानी की कमी लंग्स और हार्ट पर भी असर डालती है। हीट वेव की चपेट में आने से शरीर में इलेक्ट्रॉलिटिक इम्बैलेंस का खतरा रहता हैं। जिसके चलते ब्रेन और हार्ट में शॉक जैसी कंडीशन रहती है। ये भी संभव है कि यदि पहले से किसी गंभीर बीमारी की चपेट में हैं तो ये समस्या ज्यादा मारक हो सकती है।

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