अयोध्या की पांच तहसीलों में विरासत खतौनी अभियान शुरू, गांव-गांव जाएंगे कर्मी
अयोध्या, अमृत विचार। विरासत खतौनी में नाम दर्ज कराने के लिए 10 मई तक जनपद की पांचों तहसीलों में अभियान चलाया जाएगा। जिन ग्राम पंचायतों को शून्य दर्शाया जाएगा, ऐसे पांच-पांच गांवों का एसडीएम और तहसीलदार सत्यापन करेंगे। अभियान की समाप्ति पर डीएम समीक्षा करेंगे।अभियान के दौरान लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। यह अभियान एक मई से शुरू हुआ है लेकिन अभी टीमों का गठन नहीं पूरा हुआ है।
अभियान के तहत एसडीएम और तहसीलदार को निर्देश हैं कि जिन तहसीलों में कोई मामला दर्ज नहीं है, इसकी सूचना भी भरेंगे। जिन गांवों में विरासत का प्रकरण शून्य होगा, ऐसे पांच-पांच गांवों का एसडीएम और तहसीलदार 10 मई से 14 मई के मध्य सत्यापन करेंगे। वहीं नायब तहसीलदार 10 गांव का सत्यापन करेंगे और कानूनगो अपना संपूर्ण क्षेत्र का सत्यापन करेंगे। इसके बाद 15 मई को समीक्षा बैठक होगी, जिसमें देखा जाएगा कि कितने गांव दर्ज किए गए हैं। राजस्व विभाग की टीम को सख्त निर्देश दिए हैं कि निर्विवाद स्थिति में मृतक के परिजन का नाम खतौनी में 10 दिन के अंदर दर्ज हो जाना चाहिए, जिससे किसी को भी खतौनी में नाम चढ़वाने के लिए परेशान न होना पड़े। निर्देश दिए गए कि लेखपाल गांव में पैनी नजर बनाए रखें, जिसका जो मामला है उसे त्वरित गति से नियम संगत दर्ज करें। बता दें कि जिले में मिल्कीपुर, रुदौली, सदर, बीकापुर, सोहावल पांच तहसील हैं जिनके दायरे में करीब 1272 गांव आते हैं।
वर्जन- शासन के निर्देश पर विरासत अभियान शुरू किया गया है। राजस्व टीमों के गठन के लिए एसडीएम को निर्देशित किया गया है। इसकी मानीटरिंग भी कराई जाएगी। -महेंद्र सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व
