सरकारी स्कूलों के इस शैक्षिक सत्र में 80% पूरा करना होगा निपुण लक्ष्य, शिक्षा महानिदेशक ने शिक्षकों को दी बड़ी जिम्मेदारी

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Published By Ravi Shankar Gupta
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अमृत विचार लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों में इस शैक्षिक सत्र 2024-25 में 80% तक का निपुण लक्ष्य पूरा करना होगा। तभी शैक्षिक सत्र 2025-26 में ये 100% तक पूरा हो सकेगा। इस उद्देश्य के साथ शिक्षा महानिदेशक की ओर से सभी जिलों के लिए आदेश किया गया है। इसके लिए विद्यालयों में बच्चों की औसत उपस्थिति न्यूनतम 75 प्रतिशत से अधिक बच्चों की उपस्थिति अनिवार्य की गई है। वहीं पाठ्यपुस्तकों में मासिक विभाजन के अनुसार कक्षावार व विषयवार पाठ्यक्रम प्रत्येक माह पूरे करने होंगे। नहीं पूरा होने पर प्रधानाध्यापक की जवाब देही तय की गई है। बच्चों में कक्षानुरूप दक्षतायें प्राप्त कराने के लिये विभाग की ओर से उपलब्ध करायी गयी संदर्शिका में दर्ज साप्ताहिक शिक्षण योजना, शिक्षण पद्धतियों और अलग-अलग गतिविधियों का कक्षा शिक्षण में प्रयोग सुनिश्चित किया जायेगा। बच्चों के  प्रिंटरिच सामग्री, वार्तालाप चार्ट्स, बिग बुक्स, पिक्चर स्टोरी कार्ड, टीएलएम एवं गणित किट का उपयोग कराते हुये गतिविधि आधारित एवं प्रोजेक्ट बेस्ड शिक्षण के माध्यम से रोचक कक्षा-शिक्षण कराया जायेंगे। 

अभिभावकों से संपर्क अनिवार्य 

शिक्षकों को प्रभावी फीडबैक प्रदान करने के लिए व मॉड्यूल्स के क्रियान्वयन में सहयोग प्रदान करने तथा बेस्ट एवं इनोवेटिव प्रैक्टिसेज के आदान-प्रदान के लिए शिक्षक संकुल की एजेंडा आधारित मासिक बैठकें करते हुए अभिभावकों से सपंर्क बनाये रखना होगा। वहीं दीक्षा, रीड एलांग ऐप, खान एकेडमी, स्विफ्टचैट, एम्बाइब पर उपलब्ध डिजिटल शैक्षणिक कन्टेंट के बारे में भी जागरूक किया जायेगा। 

लाइब्रेरी बुक्स से पढ़ाई पर ध्यान  

बच्चों में पढ़ने के प्रति रूचि विकसित करने के उद्देश्य से एनसीईआरटी के माध्यम से विद्यालयों में उपलब्ध करायी गयी लाइब्रेरी बुक्स के प्रयोग करते हुए पुस्तकालय का सक्रिय संचालन सुनिश्चित कराना होगा।

इस तरह निपुण घोषित होंगे विद्यालय 

निपुण लक्ष्य को पूरा करने के लिए वर्तमान शैक्षिक सत्र में डीएलएड प्रशिक्षुओं के माध्यम से विद्यालयों अक्टूबर, दिसम्बर, फरवरी, 2025 में आकलन कराया जायेगा। माह अक्टूबर, 2024 एवं दिसम्बर, 2024 का आकलन नामांकन आधारित होगा और माह फरवरी 2025 में शेष विद्यालयों का आकलन कराया जायेगा, जिसके लिये माह सितम्बर, 2024 एवं नवम्बर, 2024 में जनपदों की ओर से नामांकन किया जायेगा। आकलन में किसी विद्यालय में 80% से अधिक बच्चों के निपुण पाये जाने पर विद्यालय को "निपुण विद्यालय" घोषित किया जायेगा। इसी प्रकार किसी विकासखण्ड के 80% विद्यालयों द्वारा निपुण विद्यालय का लक्ष्य हासिल किये जाने की दशा में "निपुण विकासखण्ड" घोषित किया जायेगा। 

"निपुण भारत मिशन के लक्ष्य को समय से पूरा करने का प्रयास किया गया है। इसमें इस सत्र में 80% पूरा करने की कार्य योजना तैयार की गई है, जिसमें शिक्षकों भूमिका सबसे अहम होगी "
कंचन वर्मा शिक्षा महानिदेशक 

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