Bareilly News: जागरूकता से जीती मंडल के 69 गांवों में टीबी से जंग

Bareilly News: जागरूकता से जीती मंडल के 69 गांवों में टीबी से जंग

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अंकित चौहान, बरेली। समय पर दवा लेने और इलाज के प्रति गंभीर रहने के कारण मंडल के 69 गांवों में टीबी रोगी स्वस्थ हो चुके हैं। रिजनल टीबी प्रोग्रेमेटिक मैनेजमेंट यूनिट (आरपीटीएमयू) की रिपोर्ट के अनुसार अब इन गांवों में कोई टीबी रोगी नहीं है। मरीजों की जागरूकता से ही स्वास्थ्य विभाग को इन गांवों में टीबी के खिलाफ जंग में सफलता मिली है। हालांकि, अभी तमाम गांव हैं, जहां टीबी रोगी हैं। देश को 2025 तक टीबी मुक्त करने का दावा किया जा रहा है।

वर्ष 2023 में स्वास्थ्य विभाग ने बरेली, शाहजहांपुर, बदायूं और पीलीभीत के गांवों में जांच कर 75 टीबी रोगी चिह्नित किए थे। इसके बाद इन गांवों में मरीजों का इलाज शुरू कर दिया गया। रोगियों ने भी विभाग का साथ दिया। समय पर दवाएं लेने के साथ अन्य लोगों से संपर्क से खुद को बचाए रखा, ताकि टीबी के संक्रमण से लोग बचे रहें। मरीजों इस जागरूकता के कारण मंडल के 69 गांव टीबी मुक्त हो गए हैं। इन गांवों में एक भी टीबी राेगी नहीं है। इस बात की पुष्टि आरपीटीएमयू की रिपोर्ट ने की है।

जिले के 12 गांव हुए टीबी मुक्त
आरपीटीएमयू की रिपोर्ट के अनुसार जिले के 12 गांवों में काशीपुर धर्मपुर, प्रेमपुर मुरारपुर, सिथरा, हरसुनगला, भैंसिया, अमडंडा, रितवारा, खाता, नियामतपुर, ढकियाडैम, डिरियाठकुरान, कंजा चकरपुर, बदायूं का एक गांव म्याऊं, पीलीभीत के 6, शाहजहांपुर के 51 गांव टीबी मुक्त घोषित किए गए हैं।

इन मानकों पर होती है जांच
आरपीटीएमयू के नोडल अधिकारी डॉ. एके चौधरी ने बताया कि टीमों की ओर से हर गांव में 1000 लोगों में लक्षण के आधार पर 30 लोगों की जांच की जाती है। अगर कोई पुराना रोगी चिह्नित होता है तो उसके घर के कुछ क्षेत्रफल में निवास करने वाले घरों के सदस्यों की जांच की जाती है। साथ ही दवाओं के साथ पोषण आहार के लिए प्रोत्साहन राशि समय पर मरीजों को उपलब्ध कराई जाती है, ताकि वे जल्द स्वस्थ हो सकें।

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