Good News: कानपुर के घरों में लगेगा वाटर मीटर, मिलेगा चौबीस घंटे पानी, बदलीं जाएंगी पुरानी पेयजल लाइनें
पानी स्टोर करने का झंझट होगा खत्म
कानपुर, अमृत विचार। गीता नगर के 4739 घरों में जल्द ही चौबीस घंटे पानी आयेगा। पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस क्षेत्र में नई पेयजल लाइनों का खाका तैयार है। जिससे हर घर में नल से पानी पहुंचाया जायेगा। मीटर लगवाने के लिए प्री बिड मीटिंग हो चुकी है। 28 मई को टेंडर खोलकर कंपनी तय कर दी जाएगी। जलनिगम के अधिकारियों के अनुसार वाटर मीटर लगाने का काम एक साल में पूरा किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट में लगभग 27 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे।
जल निगम का कहना है कि गीता नगर वार्ड के घरों को नल से पानी पहुंचाने के लिए 27 करोड़ रुपये का पायलट प्रोजेक्ट तैयार है। इस क्षेत्र की सभी पुरानी पेयजल लाइनों को बदलकर यहां जीआई या एचडीपीआई लाइनों को डाला जाएगा। यहां के जल संस्थान केंद्र में 24 मीटर ऊंचा ओवरहेड टैंक (ओएचटी) बनाया जाएगा, जिससे हाई प्रेशर से पानी की सप्लाई होगी। इससे लोगों को चौथी मंजिल तक पानी नल की टोटी खोलते ही मिल जाएगा।
प्रदेश के 17 जिलों की एक-एक कॉलोनी को चुना गया है इसी के तहत कानपुर के गीता नगर को भी चुना गया है। जल निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर महेश कुमार गौतम ने बताया कि योजना सफल होगी तो पानी खर्च के आधार पर भवनस्वामी से बिल लिया जाएगा। मीटर लगवाने के लिए प्री बिड मीटिंग हो चुकी है। उन्होंने कहा कि मीटर लगवाने का पैसा नहीं लिया जायेगा। बता दें कि अभी गीतानगर में सुबह-शाम जलकल पानी की सप्लाई करता है। योजना सफल हुई तो शहर के हर वार्ड में यह व्यवस्था होगी।
ऑटोमैटिक मीटर पोर्टल से जुड़े रहेंगे
जलनिगम के अनुसार योजना के तहत टंकियों व भूमिगत जलाशय में पानी हमेशा बना रहेगा। इसके लिए पानी की आपूर्ति करने वाली लाइन में बीच-बीच में डिजिटल सिस्टम वाले ऑटोमैटिक मीटर भी लगेंगे, जो एक पोर्टल से जुड़े रहेंगे। इससे पता चलता रहेगा कि कितना पानी जमा है और कितना खर्च हो गया।
पानी स्टोर करने का झंझट होगा खत्म
जल निगम के अधिकारियों की मानें तो इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद घरों में पानी को स्टोर करने का इंझट ही खत्म हो जाएगी। घरों में वाटर टैंक बनाने की भी जरूरत नहीं होगी। क्योंकि, फीडर मेन लाइन से ओएचटी तक 24 घंटे पानी की आपूर्ति बनी रहेगी। इससे नलों से 24 घंटे पानी आएगा। अभी सुबह-शाम पानी आने की वजह से लोगों को घरों में टंकियां और अन्य बर्तन रखने पड़ते हैं।
शहर को 594 एमएलडी पानी की जरूरत
हर घर स्वच्छ जल पहुंचाने के लिए जेएनएनयूआरएम योजना के तहत शहर में करोड़ों रुपये खर्च किए जा चुके हैं। इसके तहत नई पानी की लाइनें, नए वाटर वर्क्स, ओवरहेड टैंक बनाए गए, लेकिन इसके बाद भी शहर की प्यास पूरी तरह नहीं बुझी है।
शहर में 594 एमएलडी पानी की रोजाना जरूरत है, जबकि 448 एमएलडी पानी की सप्लाई हो रही है। ऐसे में 146 मिलियन लीटर पानी प्रति दिन का कम सप्लाई हो रही है। इस योजना में 869 करोड़ रुपये खर्च किए गए, लेकिन अधूरे कार्यों की वजह से आज भी लोग परेशान हैं। पाइप लाइनें दुरुस्त हो जाने के बाद सहूलियत मिलेगी।
