बाराबंकी: 6.40 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन, गन्ने की खोई से बन रही बिजली

पांच माह चली हैदरगढ़ चीनी मिल, 55.72 लाख क्विंटल हुई गन्ने की पेराई, गन्ना किसानों को लगभग 152 करोड़ रूपये शत प्रतिशत भुगतान का दावा

बाराबंकी: 6.40 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन, गन्ने की खोई से बन रही बिजली

रीतेश श्रीवास्तव, बाराबंकी, अमृत विचार। नवंबर 2023 से शुरु हुई हैदरगढ़ चीनी मिल में गन्ना पेराई का सत्र पूरा हो गया है। इन पांच महीनों के अंदर 55 लाख 72 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई कर उससे 6 लाख 40 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया है। यही नहीं गन्ने की मिठास निकालने के बाद उसे स्क्रेप यानी खोई से चीनी मिल द्वारा बिजली का उत्पादन भी किया जा रहा है। जो पहली बार हो रहा है। गन्ना विभाग के साथ चीनी मिल प्रशासन का दावा है कि गन्ना किसानों का शत प्रतिशत करीब 152 करोड़ रूपये का भुगतान किया गया है। हालांकि वित्तीय वर्ष 2023-24 में  60 लाख क्विंटल गन्ना पेराई का लक्ष्य रखा गया था।

पिछले वर्ष 16 नवंबर 2023 को हैदरगढ़ चीनी मिल में पेराई सत्र का शुभारंभ हुआ था। जिसका समापन 19 अप्रैल 2024 को हो गया। इस पांच माह के अंतराल के दौरान चीनी मिल द्वारा दिन-रात एक कर 55.72 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की गई है। जिससे 6.40 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया है। इस बार गन्ना का रकबा 9 हजार 550 हेक्टेयर से बढ़कर 11,464 पहुंचा था। जो कि पिछले वर्ष से 20 प्रतिशत अधिक था। किसानों का तैयार गन्ना खरीदने के लिए करीब 53 क्रय केंद्र बनाए गए थे। गन्ना पर्ची के आधार पर चीनी मिल ने इन पांच महीनों शत प्रतिशत गन्ना खरीद कर चीनी का उत्पादन किया है। हालांकि इस बार चीनी मिल को 60 लाख क्विंटल पेराई का लक्ष्य रखा गया था। जो कि पांच लाख क्विंटल कम है।

गन्ना विभाग के साथ चीनी मिल प्रशासन का दावा है कि हमेशा की तरह इस बार भी गन्ना किसानों का शत-प्रतिशत भुगतान कर दिया गया। अधिकारियों के अनुसार गन्ना बेचने वाले किसानों को ऑनलाइन लगभग 192 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। यहीं नहीं चीनी मिल प्लांट में लगे बिजली उत्पादन केंद्र से गन्ने की खोई से बिजली का भी उत्पादन किया जा रहा है। चीनी मिल प्रशासन का कहना है कि इस बार खाेई से कितनी बिजली तैयार की गई।

जिसकी जानकारी जुलाई के अंत में दी जा सकेंगी क्योंकि बिजली बनाने का कार्य अभी जारी है। जिला गन्ना अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि चीनी मिल में पेराई सत्र का समापन 19 अप्रैल को हो चुका है। चीनी मिल द्वारा किसानों को भुगतान भी कर दिया गया है। वहीं चीनी मिल के लाइजनिंग आफिसर पुनीत मिश्रा ने बताया कि 55.72 लाख क्विंटल गन्ने से 6.40 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया है। खाेई से बिजली भी तैयार की जा रही है।

आंकड़े एक नजर में

गन्ना किसान-14,100
समितियां-चार
गन्ना उत्पादन- करीब 80 लाख क्विंटल
गन्ने का बढ़ा क्षेत्रफल-1914
चीनी मिल-हैदरगढ़
चीनी मिल में प्रतिदिन की पेराई क्षमता-50 हजार क्विंटल
समर्थन मूल्य 350 रुपये प्रति क्विंटल

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