Unnao: जिले की चार शिक्षिकाओं को मिला ‘अनमोल रत्न सम्मान’, कुशीनगर में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला में शामिल होने पहुंचीं
उन्नाव जिले की चार शिक्षिकाओं को मिला ‘अनमोल रत्न सम्मान’
उन्नाव, अमृत विचार। मिशन शिक्षण संवाद के तहत कुशीनगर में आयोजित प्रादेशिक शैक्षिक समागम-2024 कार्यशाला में उन्नाव जिले की चार परिषदीय शिक्षिकाओं को शिक्षा के अनमोल रत्न सम्मान से विभूषित किया गया। भगवान बुद्ध की परिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में 14 व 15 जून को केपीएन नेशनल पब्लिक स्कूल सभागार में प्रदेश के विभिन्न जिलों के चयनित परिषदीय शिक्षक-शिक्षिकाएं शामिल होने पहुंचे। आयोजित दो दिवसीय शैक्षिक उन्नयन विमर्श कार्यशाला में उत्तर प्रदेश के समस्त जनपदों से चयनित शिक्षकों का आगमन हुआ।
बता दें मुख्य अतिथि देवरिया सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने कहा कि परिषदीय शिक्षकों पर समाज को शिक्षित बनाने की गुरुतर जिम्मेदारी है। वर्तमान में सरकार और शासन द्वारा परिषदीय विद्यालयों की गुणवत्ता सुधार पर सबसे अधिक फोकस किया जा रहा है। इसलिए शिक्षक-शिक्षिकाओं को भी अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन में स्वयं को सफल साबित कर दिखाना चाहिए। सांसद ने बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित कस्तूरबा विद्यालय बेहतर परिणाम दे रहे हैं, जहां परिषदीय स्कूलों से निकली बेटियां ही अध्ययन करने पहुंचती हैं।
विशिष्ट अतिथि बीएसए कुशीनगर राम जियावन मौर्य ने प्रतिभागियों के उज्जवल भविष्य की कामना की। कहा कि शिक्षण सहित विभिन्न गतिविधियों के संचालन में परिषदीय शिक्षक श्रेष्ठता साबित करते जा रहे हैं। कार्यशाला में प्रतिभाग करने वाली शिक्षिकाओं ने अपने विद्यालयों में किए जाने वाले शैक्षिक प्रयासों का पीपीटी व वीडियो के माध्यम से प्रस्तुतीकरण किया। उन्होंने किए गए नवाचारों से भी सभी को अवगत कराते हुए उपयोगिता बताई। साथ ही विद्यालयों को निपुण घोषित कराने संबंधित कार्यों की जानकारी भी साझा की।
समापन पर जिले की एसआजी कंपोजिट विद्यालय कटरी पीपरखेड़ा डा. रचना सिंह, प्राथमिक विद्यालय बेथर की प्रधान शिक्षिका डा. नीतू शुक्ला, कंपोजिट विद्यालय कोलुहागाड़ा की सहायक शिक्षिका विनीता और प्राथमिक विद्यालय तोमरनखेड़ा की सहायक शिक्षिका हिमांशी यादव को सम्मानित किया गया। उन्हें सम्मान स्वरूप प्रमाण पत्र व स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।
