पीलीभीत: बड़े दामाद के भाई को फंसाने के लिए छात्रा के परिवार ने रची थी साजिश, पिता समेत दो गिरफ्तार

Amrit Vichar Network
Published By Moazzam Beg
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पीलीभीत, अमृत विचार। जेएनएम छात्रा को पीलीभीत से अगवा कर बदहवास हालत में लखीमपुर खीरी में कार से फेंकने की घटना फर्जी निकली। 72 घंटे तक चली सुरागरसी के बाद पीलीभीत पुलिस ने इस वारदात का खुलासा कर दिया है। 

बड़ी बेटी के पीएसी के सिपाही से प्रेम विवाह करने से नाराज परिवार ने बड़े दामाद के छोटे भाई को फंसाने के लिए पूरा ड्रामा किया था। न तो छात्रा अगवा की गई थी, न ही कार से फेंकी गई।  तमाम स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को साक्ष्य के तौर पर पुलिस ने जुटाया।  एसपी अविनाश पांडेय ने शनिवार को घटना का खुलासा किया। छात्रा के पिता समेत दो लोगों की गिरफ्तारी की गई है। 

पिता के दोस्त ने की थी मदद 
बी फार्मा का कोर्स करने के बाद खुद को डॉक्टर बताने वाले पिता के एक दोस्त ने इस फर्जी कहानी को अंजाम देने में परिवार की मदद की। उसी के घर पर कई दिन तक छात्रा को रखा गया और फिर सुनियोजित तरीके से लखीमपुर खीरी क्षेत्र में हाईवे पर ले जाकर सड़क पर उतार दिया गया और फिर छात्रा ने बदहवास होने का ड्रामा किया और परिवार अगवा होने की कहानी रचता चला गया।

कई जगह की फुटेज मिली तो पता लग गया नहीं हुआ अपहरण 
परिवार की ओर से 12 जून से छात्रा के लापता होने की बात कही जा रही थी। इसी में अंदेशा जताया गया था कि वह अगवा की गई है। मगर जब इस मामले की छानबीन की गई तो कई तथ्य ऐसे निकलकर आए। जिससे साफ हो गया था कि छात्रा अगवा हुई ही नहीं है। वह घर पर ही रही।  इसके भी कई साक्ष्य पुलिस ने जुटाए हैं। 

..तो खुद भी चाहती थी बहनोई से शादी करना 
पुलिस के मुताबिक छात्रा की बड़ी बहन ने पीएसी के एक सिपाही से प्रेम विवाह किया था। वह उसी के साथ रहती है।  इस प्रेम विवाह से परिवार नाराज भी है।  साथ ही छात्रा भी उसी पीएसी सिपाही से शादी करना चाहती थी।  उसने पूर्व में दुष्कर्म का एक मुकदमा भी दर्ज करा रखा है। इसकी पैरवी पीएसी सिपाही यानि की छात्रा के बहनोई का छोटा भाई करता है। उसी को अपहरण के मुकदमे में फंसाना चाहते थे।  

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