बलरामपुर: नवजात की मौत पर परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा, लगाए गंभीर आरोप  

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Published By Jagat Mishra
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बलरामपुर, अमृत विचार। नवजात शिशु की मौत पर परिजनों ने मंगलवार को जिला महिला अस्पताल में जमकर हंगामा काटा। आरोप है कि चिकित्सक व स्टाफ नर्स की लापरवाही के कारण नवजात की मौत हुई है। उधर दूसरी ओर अस्पताल प्रशासन ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि अस्पताल लाने के पूर्व ही नवजात की मौत हो चुकी थी। परिजनों और अस्पताल कर्मियों में गाली गलौज व हाथापायी की नौबत भी आ गई। सूचना पाकर मौके पर कोतवाली नगर की पुलिस पहुंची। पुलिश ने शव का पंचनामा कर परिजनां को सौंपकर मामले की जांच शुरू कर दी है। 

सुल्तानजोत भुइरी गांव निवासी कर्मराज वर्मा ने बताया कि उसकी पत्नी संगीता को 11 दिन पूर्व जुड़वा बच्चे पैदा हुए थे। मंगलवार को बच्चों का बरही संस्कार था। घर में तैयारियां चल रही थीं। इसी बीच सोमवार रात में बच्चा बीमार हो गया। उसके होंठ में छाले निकल आए। कर्मराज के मुताविक वह मंगलवार सुबह नौ बजे के करीब अपने बच्चे को लेकर जिला महिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड पहुंचा। आरोप है कि उस समय वहां कोई डाक्टर नहीं था। वहां मौजूद स्टाफ नर्स ने बच्चे को एक टेबल पर लेटा दिया। थोड़ी देर बाद कहा कि डॉक्टर साहब छुट्टी पर हैं, इसे प्राइवेट अस्पताल लेकर जाओ। आरोप है कि साढ़े दस बजे डॉक्टर एसएनसीयू वार्ड में आए डाक्टर के पहुंचते ही परिजनों और स्टाफ में गाली गलौज व नोंकझोंक होने लगी। स्थिति यह हो गई कि हाथापायी की नौबत आ गई। इस बीच नवजात की मौत हो गई। पिता कर्मराज का आरोप है कि अस्पताल लाने तक उसका बच्चा जीवित था। उसने दूध भी पिया था। इलाज में लापरवाही बरतने के कारण उसकी स्थिति गंभीर हो गई, जिससे उसकी मौत हो गई। कर्मराज ने थाने में तहरीर देकर दोषी चिकित्सक व स्टाफ नर्स के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है।
 
पहुंची पुलिस तब लोग हुए शांत
एक घंटे तक मृत नवजात के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा काटा। अस्पताल प्रशासन ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पाकर मौके पर कोतवाली नगर की पुलिस पहुंची। पुलिस ने लोगों को शांत कराया। दिन में दो बजे तक नवजात के शव के साथ परिजन अस्पताल में डटे रहे। पहले लोग नवजात का पोस्टमार्टम कराना चाह रहे थे। बाद में परिजनों ने मना कर दिया। नवजात के पिता कर्मराज ने कोलवाली नगर व पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना-पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर शैलेश सिंह ने बताया कि नवजात के शव का पंचनामा कर परिजनों को सौंप दिया गया है। तहरीर मिली है। मामले की जांच की जा रही है। अगर इसमें चिकित्सक व अन्य स्टाफ दोषी पाए जातें तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

आरोपों को बताया बेबुनियाद
जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ सुमन गौतम ने बताया कि आरोप बेबुनियाद हैं। फिर भी इसकी जांच कराई जाएगी। एसएनसीयू वार्ड के प्रभारी डॉ महेश वर्मा ने बताया कि नवजात को जब अस्पताल में लाया गया था, उसके पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी। इसके पहले यह लोग नगर के एक निजी अस्पताल में भी नवजात को लेकर गए थे। जहां पर उसे भर्ती नहीं किया गया था। क्योंकि वहां पर भी नवजात को मृत ही बताया गया था। परिजन कुछ भी मानने को तैयार नहीं थे। उन लोगों ने स्टाफ के साथ गाली गलौज और अभद्रता किया है। उन्होंने बताया कि किसी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं बरती गई है। घटना से सम्बन्धित सीसीटीव फुटेज भी उपलब्ध है। जिसके जरिए सत्यता का पता लग सकता है।

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