मुरादाबाद : रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ा, तेज बहाव में बह गया लकड़ी का पुल

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Published By Bhawna
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नदी पार से बड़ी संख्या में मजदूरी करने शहर आते हैं ग्रामीण, अब ले रहे नाव का सहारा

मुरादाबाद, अमृत विचार। पहाड़ों पर हो रही बारिश के कारण रामगंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। रविवार सुबह कटघर रामगंगा नदी का जलस्तर 187.73 मीटर पहुंच गया। हालांकि नदी का जलस्तर खतरे के निशान से लगभग 3 मीटर नीचे है। जबकि खतरे का निशान 190.60 मीटर पर है। रामगंगा के तेज बहाव से जिगर कालोनी स्थित रामगंगा पर बना लकड़ी का अवैध पुल बह गया। शहर से पीपलसाना, भोजपुर समेत एक दर्जन गांवों के ग्रामीण इस अवैध पुल के बह जाने से प्रभावित हुए हैं।

रविवार को रामगंगा नदी के लगातार बढ़ रहे जलस्तर के कारण जिगर कॉलोनी स्थित रामगंगा नदी पर बना अस्थायी लकड़ी का पुल नदी के तेज बहाव में बह गया। नदी के एक छोर से दूसरे छोर तक लकड़ी के इस पुल से प्रतिदिन लगभग 700 से अधिक ग्रामीण गांव से शहर मजदूरी के लिए आते हैं। जबकि जिगर कॉलोनी, बंग्लागांव और उसके आसपास के किसान भी बड़ी संख्या में नदी पार खेती करने जाते हैं। इस पुल के पानी में बह जाने से भोजपुर, पीपलसना, अक्का शाहपुर, लालूवाला, भोकपुर, खईया, सेहल, दादूपुर, कोनी, रुपपुर, भादरपुर, मजरा, तिलोपुर समेत लगभग एक दर्जन गांव के लोगों की आवाजाही प्रभावित हुई है। हालांकि आवागमन के लिए रामपुर रोड और जामा मस्जिद के पास मुख्य पुल बना हुआ है। लेकिन, उसके लिए ग्रामीणों को शहर में आने के लिए आठ से नौ किलोमीटर का लंबा रास्ता तय करना पड़ता है। 

स्थानीय ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों व प्रशासन से गांव के पास पक्का पुल बनवाने की मांग की। लेकिन, किसी ने कोई सुध नहीं ली। मजबूरन स्थानीय लोगों ने बांस बल्ली का पुल बना लिया था। जबकि इस पुल का बनाना खतरे से भरा है। बावजूद इसके मजबूर लोग इसी के सहारे गांव से शहर और शहर से गांव आवाजाही करने को मजबूर थे।

जनपद में बनाई गईं 35 बाढ़ चौकियां
बाढ़ की स्थिति निपटने के लिए जनपद में 35 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। सदर मुरादाबाद में सबसे अधिक 16 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। जबकि तहसील कांठ में छह, बिलारी में तीन, ठाकुरद्वारा में 10 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। बाढ़ चौकियां में तीन कर्मचारियों को तीन शिफ्ट में ड्यूटी लगाई है। महानगर के सिविल लाइन स्थित सिंचाई खंड में बाढ़ नियंत्रण कक्ष बाढ़ खंड, में कंट्रोल रूम बनाया गया है। जहां आप किसी भी आपात स्थिति में 0591-2435397 दूरभाष नंबर पर कॉल कर जानकारी ले सकते हैं। यह सेवा 24 घंटे जारी रहेगी। कंट्रोल रूम में कुल 3 कर्मी तैनात किए गए हैं। जिनकी तीन शिफ्ट में ड्यूटी रहेगी।

रामगंगा में पानी के तेज बहाव को वजह से लकड़ी का अस्थायी पुल बह गया है। इस पुल के सहारे रामगंगा नदी के किनारे जंगलों में जाकर लोग सब्जी की खेती करते थे। अब नाव के सहारे ये लोग नदी के दूसरी पार जा रहे हैं। जो की काफी जोखिम भरा है। इसके अलावा कोई विकल्प भी नही है।-प्रेमपाल, जिगर कॉलोनी निवासी

पहाड़ों पर हो रही बरसात की वजह से रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। सुबह के समय कटघर रामगंगा नदी का जलस्तर 187.73 मीटर रहा। रामगंगा का जलस्तर अभी खतरे के निशान से लगभग 3 मीटर कम है। बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जनपद में कुल 35 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। फिलहाल डैम से पानी नहीं छोड़ा गया है।- राजेश कुमार गंगवार, अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड

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